जिला परिषद समक्ष शिक्षकों का धरणा आंदोलन, शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने शासन व प्रशासन के खिलाफ जताया रोष

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    चंद्रपुर. 5 सितम्बर यह दिवस डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस के उपलक्ष्य में शहर के स्कूलों में तथा जिला परिषद के कन्नमवार सभागार में आदर्श शिक्षक पुरस्कार समारोह मनाया गया. तो दूसरी ओर शिक्षकों की प्रलम्बित मांगो की ओर सरकार की अनदेखी के चलते शिक्षक संगठनों ने शिक्षक दिवस के दिन ही जिला परिषद के सामने धरना आंदोलन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर धरना आंदोलन व निदर्शन कर रोष प्रकट किया. 

    महाराष्ट्र पुरोगामी प्राथमिक शिक्षक समिति प्रलम्बित मांगों को लेकर शासन व प्रशासन से बार_बार पत्राचार किया. परंतु उनके मांगो की ओर अनदेखी की जा रही है. जिससे जिले के शिक्षकों में असंतोष निर्माण हुवा है. शिक्षकों ने सरकार के सामने अपना रोष प्रकट करने हेतु 5 सितम्बर को महाराष्ट्र पुरोगामी शिक्षक संगठन ने जिला परिषद के सामने दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक एक दिवसीय धरना आंदेालन किया.

    धरना आंदोलन में पिछले 3 वर्ष से रिक्त उच्च श्रेणी प्रधानाध्यापक के पद तत्काल भरने, रिक्त केंद्रप्रमुख पद तत्काल भरने, पंस चिमूर अंतर्गत आदिवासी एकस्तर लागू करने पर पत्रक निकालने, 12 वर्ष से एक ही वेतनश्रेणी पर नियमीत कार्य करनेवाले शिक्षकों केा वरिष्ठ वेतनश्रेणी लागू करने, शिक्षा अभीयान निधि तत्काल खर्च करने का 19 अगस्त 2022 का पत्र रद्द करने, सेवानिवृत्त शिक्षकों को मिलनेवाले सभी लाभ सेवानिवृत्ती के समय देने का नियोजन करने, जिप के पास पहुचे सेवापुस्तक एक महीने के भीतर जांचपडताल कर तत्काल लौटाने, शिक्षकों का बकाया वेतन वृध्दी दिए जाने, अशैक्षणिक काम व बीएलओं के काम से शिक्षकों को छुट दिए जाने, डीसीपीएस धारकों को मार्च 21 का संपूर्ण हिसाब देने, विषय शिक्षकों के तत्काल पद भरने, मृत डीसीपीएस कर्मचारीयेां को सानुग्रह अनुदान देने, शालेय पोषाहार योजना खाद्यतेल निधि जिप निधि से अस्थायी तौर पर दिए जाने की मांग को लेकर धरना आंदेालन किया गया. 

    तत्पश्चात शाम को विधायक किशोर जोरगेवार ने आंदोलन पंडाल को भेट देकर शिक्षकों की समस्या को जानने का प्रयास किया. इस संदर्भ में उन्होने सरकार से चर्चा करने का आश्वासन दिया. मांगो का ज्ञापन जिप शिक्षाधिकारी के माध्यम से सरकार को सौपा गया. 

    शिष्टमंडल में महाराष्ट्र पुरोगामी शिक्षक संगठन के राज्यनेता विजय भागेकर, राज्य महासचिव हरीश ससनकर, महीला मंच राज्याध्यक्ष अल्का ठाकरे, जिला नेता नारायण कांबले, जिला सलाहगार दिपक वर्हेकर, किशोर आनंदवार, संजय चिडे, गंगाधर बोढे, सुनिल कोहपरे, शालिनी देशपांडे, पुर्णिमा मेहरकुरे समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे. 

    संस्थाचालक के अन्याय से त्रस्त शिक्षकों का निदर्शन आंदोलन 

    पिछले कई वर्ष से निजि कान्वेंट स्कूल के संस्थाचालकों के अन्याय से पिडीत शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारीयों ने उचित न्याय मांगों के लिए तथा सरकार का ध्यानाकर्ष करने के लिए महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद चंद्रपुर की ओर से जिला परिषद समक्ष सोमवार को निदर्शन कर नारेबाजी की. 

    निदर्शन में निजि कान्वेंट स्कूल शिक्षक कर्मचारीयो को एमईपीएस 1981 अनुसार पूरा वेतन दिए जाने, निजि कान्वेंट स्कूल में 90 प्रश महीला कर्मचारी कार्यरत है उन्हे एमएसपीएस 1977 शालेय कानून अनुसार वैद्यकीय सुविधा व प्रसुती पूर्व वेतन छुट्टी दिए जाने, शिक्षक कर्मचारी सेवानिवृत्त होने पर उन्हे ग्रैच्युईटी का पूरा लाभ दिए जाने, स्कूल में शिक्षा ले रहे गरीब व पिछडे वर्ग के विद्यार्थी को राज्य सरकार की राजश्री शाहु महाराज शुल्क प्रतिपूर्ती योजना का लाभ दिए जाने, सभी निजि कान्वेंट स्कूल धर्मादाय आयुक्त द्वारा पंजीकृत होते है.

    इस संस्था के माध्यम से चलाए जा रहे स्कूलों में आर्थिक व्यवहार में अंतर पाया जा रहा है. इसकी जांच धर्मदाय आयुक्त अथवा शासकीय आर्थिक अपराध शाखा की ओर से उचीत तरिके से जनता के पैसों का उपयोग हो रहा अथवा नही इसकी पुष्टी करनी चाहीए. यहां के शिक्षक कर्मचारीयों को उनके अधिकार का पैसा दिलाने की मांग को लेकर यह निदर्शन आंदेालन किया गया. तत्पश्चात जिला परिषद शिक्षाधिकारी से भेट कर उनके माध्यम से सरकार को मांगो का ज्ञापन भेजा गया.