ठाणे. कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से लायी गयी गई चुनावी बॉण्ड योजना को “दुनिया का सबसे बड़ा ‘एक्सटॉर्शन रैकेट’ (जबरन वसूली गिरोह)” और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के “दिमाग की उपज” करार दिया। इस योजना को अब रद्द कर दिया गया है। राहुल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि योजना के माध्यम से एकत्र किए गए धन का इस्तेमाल शिवसेना और राकांपा जैसे राजनीतिक दलों को तोड़ने और सरकारों को गिराने के लिए किया गया था।
उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर एक दिन पहले ही इस योजना से जुड़े आंकड़े सार्वजनिक किए गए थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तय करेंगे कि उन्हें अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।
#WATCH | Congress MP Rahul Gandhi says, "The BJP has captured the institutional framework of the country…This is the biggest anti-national activity which is going on… CBI, ED, and Income Tax departments are being used, big companies are extorted, shares of big contracts are… pic.twitter.com/AU7qraDt5B
— ANI (@ANI) March 15, 2024
उन्होंने कहा, “कुछ साल पहले, प्रधानमंत्री ने राजनीतिक वित्त प्रणाली को साफ करने के लिए चुनावी बॉण्ड (योजना) तैयार करने का दावा किया था। पता चला कि यह भारत के सबसे बड़े कॉरपोरेट्स से पैसे ऐंठने का तरीका था। इसका उद्देश्य कॉरपोरेट्स को भाजपा को पैसा देने के लिए डराना था…यह दुनिया का सबसे बड़ा जबरन वसूली गिरोह है….मुझे उम्मीद है कि इसकी जांच होगी।”
कुछ कंपनियों द्वारा कांग्रेस को चुनावी बॉण्ड दान करने और पार्टी के शासन वाले राज्यों में अनुबंध प्राप्त करने के बारे में एक प्रश्न पर गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा संचालित किसी भी सरकार ने राजमार्ग और रक्षा अनुबंध जैसे राष्ट्रीय स्तर पर अनुबंधों को नियंत्रित नहीं किया, न ही उन्होंने आयकर और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों को नियंत्रित किया या लोगों के फोन में ‘पेगासस’ (निगरानी सॉफ्टवेयर) डाला।
उन्होंने आरोप लगाया, “कांग्रेस द्वारा शासित राज्यों में दिए गए ठेकों और हमें दी गई फंडिंग के बीच कोई संबंध नहीं है…यह कॉर्पोरेट भारत से एक आपराधिक जबरन वसूली है, और हर एक कॉर्पोरेट यह जानता है। अनुबंध दिए जाने के महीनों बाद, कंपनियों ने भाजपा को चुनावी बॉण्ड दान किए हैं। सीबीआई, ईडी मामले दर्ज करती है और फिर कॉरपोरेट भाजपा को पैसा देते हैं।”
गांधी ने कहा, इस योजना का उद्देश्य कॉरपोरेट्स को गुमनाम रूप से धन दान करने की अनुमति देना था। अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के अंतिम चरण में महाराष्ट्र में मौजूद गांधी ने दावा किया, “कुछ कंपनियों ने (पहले) कभी भाजपा को पैसा नहीं दिया, लेकिन उनके खिलाफ सीबीआई, ईडी के मामले दर्ज होने के बाद उन्होंने ऐसा किया।” उन्होंने आरोप लगाया, “यह प्रधानमंत्री की शह पर की गई एक बड़ी चोरी है।”
उन्होंने कहा, “चुनावी बॉण्ड योजना प्रधानमंत्री के दिमाग की उपज थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार करने के लिये राष्ट्रीय संस्थानों पर कब्जा कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया, “विपक्षी सरकारों को गिराने, शिवसेना और राकांपा जैसी पार्टियों को तोड़ने के लिए धन चुनावी बॉण्ड के माध्यम से प्राप्त किया गया था।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे ज्यादा राष्ट्रविरोधी कुछ नहीं हो सकता। ईडी और सीबीआई के भाजपा, आरएसएस की संस्थाएं बन जाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि एक दिन भाजपा सरकार हटेगी और ऐसी गतिविधियों को दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह मेरी गारंटी है कि ऐसी चीजें फिर कभी नहीं होंगी।”
हाल ही में राज्य कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़कर जाने के बारे में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके जाने के बावजूद महाराष्ट्र में पार्टी बरकरार है। गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके सहयोगी रिकॉर्ड अंतर से लोकसभा सीटें जीतेंगे। (एजेंसी)