जिले में विभिन्न स्थानों पर ओले के साथ बारिश, किसानों का हुआ भारी नुकसान

    Loading

    गड़चिरोली. मौसम विभाग द्वारा विदर्भ के कुछ जिलों में 28 से 30 दिसंबर की कालावधि में बिजली की गडगडाहट और ओलो के  साथ बारिश होने का संकेत दिया था. मौसम विभाग के संकेत नुसार गड़चिरोली जिले में प्रतिदिन बारिश हो रही है. ऐसे में मंगलवार की रात और बुधवार को सुबह जिले में विभिन्न स्थानों में अकाली बारिश हुई.

    वहीं अनेक जगह पर ओलो के साथ बारिश होने से जिले के किसानों का भारी नुकसान होने की बात कही जा रही है. वहीं दुसरी ओर इस बारिश के चलते तापमान घटकर थंड काफी बढ़ गयी है. खरीप सत्र के अंतिम दिनों में अकाली बारिश के चलते किसानों के हाथों फसल निकल गये थे. और अब खरीप सत्र के अंतिम दिनों में  अकाली बारिश होने से किसान वर्ग पुरी तरह दुविधा में पड़ गया है. 

    रबी फसल समेत सब्जियों का भारी नुकसान 

    खरीप सत्र में बारिश के चलते किसानों के किए कराए पर पानी फेर जाने के बाद किसानों ने रबी सत्र में अच्छा उत्पादन निकालने की आस लगाई थी. जिले के अनेक किसानों ने अपने खेतों में रबी फसल लगाए है. इसके अलावा अनेक किसानों ने सब्जियां भी लगाई है. लेकिन मौसम विभाग के संकेत नुसार 28 दिसंबर से जिले में आए दिन बारिश होने के कारण रबी फसल समेत सब्जियों का भारी नुकसान हुआ है. जिससे नुकसानग्रस्त क्षेत्र का पंचनामा कर नुकसानग्रस्त किसानों को मुआवजा देने की मांग की जा रही है. 

    सुबह कोहरा और दिनभर बादल 

    मंगलवार की रात गड़चिरोली समेत जिले के विभिन्न हिस्सों में अकाली बारिश हुई. वहीं बुधवार को सुबह भी विभिन्न स्थानों पर बारिश होने की जानकारी मिली है. रात को हुई बारिश के चलते सुबह के चलते गड़चिरोली शहर के सड़कों पर कोहरा दिखाई दिया. वहीं दिनभर आसमान में बादल छाए रहे. ऐसे में अपने घरों से बाहर निलकनेवाले लोगों को थंड़ का सामना करना पड़ा. 

    गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकले लोग 

    दो दिनों से जिले के विभिन्न स्थानों में निरंतर बारिश हो रही है. इस अकाली बारिश के चलते तापमान में घटकर थंड काफी बढ़ गयी है. बुधवार को आलम यह रहा कि, अपने कार्यस्थल समेत विभिन्न जगहों पर जाने के लिये घरों से बाहर निकलनेवाले लोगों को गर्म कपड़े ही पहकर बाहर निकलना पड़ा था. वहीं दुसरी ओर थंड काफी बढऩे के कारण थंड से बचने के लिये लोग अब विभिन्न तरह की उपाययोजना करते दिखाई दे रहे है. 

    नुकसानग्रस्त किसान बिमा कंपनी को सूचना दे

    27 व 28 दिसंबर को राज्य में कुछ जगहों पर ओले और अकाली बारिश के चलते खरीप सत्र के तुअर, कपास समेत अन्य फसलों का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही रबी सत्र में बिमा संरक्षित गेंहु, चन्ना, ज्वारी जैसे फसलों का भी नुकसान हुआ है.  इस संदर्भ में अधिसूचित राजस्व मंडल के बिमाधारक किसान संबंधित बिमा कंपनी को घटना के 72 घंटों के भितर नुकसान संदर्भ में सूचना देना आवश्यक होने की बात जिला प्रशासन ने कही है.