सभी किसानों को एक ही तारीख का धान बिक्री का मैसेज, खरीदी केंद्र पर धान बेचने के लिए हंगामा

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    • मार्केटींग फेडरेशन का कारनामा

    आरमोरी. जिले में मार्केटींग फेडरेशन की ओर से खरीदी- बिक्री संस्था के केंद्र पर किसानों का धान ऑनलाईन पंजीयन कर खरीदी की जा रही है. किंतु धान खरीदी की आखरी तारीख 31 जनवरी होने से जिला मार्केटींग फेडरेशन कार्यालय ने सीधे किसी भी संस्था की दिक्कते विचार में न लेते हुए पहला व आखरी पंजीयन किए किसानों को धान बिक्री के लिए एक ही तारीख का मैसेज भेजने से खरीदी केंद्र पर हंगामा मचा है. 

    आरमोरी के खरीदी-बिक्री संस्था के केंद्र पर एक दिन ज्यादा से ज्यादा किसानों के 30 ट्रैक्टर धान की खरीदी होती है. मात्र एक ही तारीख के मैसेज से इस केंद्र पर 24 जनवरी को आवश्यकता से अधिक किसानों ने ट्रैक्टर भरकर धान बिक्री के लिए लाया  था. जिससे हंगामा मचा. किसानों के हंगामे से कुछ कालावधि तक खरीदी बंद करने की नौबत आयी.

    इस हंगामे में कुछ किसानों ने जिला आदिवासी कांग्रेस के सचिव दिलीप घोडाम की ओर मदद ली. दिलीप घोडाम ने केंद्र पर भेट देकर समस्या हासिल करने पर, किसानों की कुछ भी गलती न होने का निदर्शन में आया. सम्पूर्ण गलती जिला मार्केटींग अधिकारियों की है. मैसेज क्रम के अनुसार भेजा होता तो खरीददार संस्था को व किसानों को भी परेशानी झेलनी नहीं पड़ती थी. इस मामले से किसानों ने मार्केटींग अधिकारी के कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया.

    …अन्यथा तीव्र आंदोलन करेंगे

    पिछले वर्ष 12 माह माल गोडाउन में रखा गया. किंतु उसका किराया 2 माह का ही मंजुर करने से गोडाउन मालक भी गोडावून देने में तैयार नहीं. तथा चालु वर्ष की खरीदी 2 माह होकर भी पिसाई के लिए धान को उठाया न जाने से गोडाउन हाऊसफुल भरा है. इसकी ओर प्रशासन ध्यान देकर किसानों की समस्या तत्काल हल कर पंजीयन किए किसानों के धान का प्रबंधन करे, अन्यथा जिला मार्केटिंग कार्यालय के समक्ष तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दिलीप घोडाम के नेतृत्व में किसानों ने जिलाधिकारी को दिए हुए ज्ञापन से दी है. 

    सरकार की धान खरीदी करने की अवधि 31 जनवरी को खत्म हो रही है. जिससे जिले के सभी किसानों को मैसेज भेजकर केंद्र पर धान ले जाने के लिए जानकारी दी.

    पाटील, जिला मार्केटिंग अधिकारी