गड़चिरोली. वर्तमान स्थिति में गड़चिरोली शहर के चामोर्शी और आरमोरी मार्ग पर राष्ट्रिय महामार्ग का कार्य शुरू है. किंतु दुसरी ओर शहर के मुख्य मार्गो पर निजि वाहनों का अतिक्रमण दिखाई दे रहा है. लेकिन इस ओर यातायात विभाग द्वारा अनदेखी किये जाने के कारण शहर की यातायात प्रभावित होने की बात कही जा रही है. साथ ही सड़कों पर खड़ी वाहनों के चलते दुर्घटना की संभावना भी जताई जा रही है. इससे पहले भी शहर में अनेक बार सड़क हादसे होकर वाहनधारकों को अपनी जान गवानी पड़ी है. जिससे नगर परिषद और यातायात विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर सड़क खड़ी निजि वाहनधारकों के खिलाफ कार्रवाई करें, ऐसी मांग शहर के नागरिकों ने की है.
सड़कों पर खड़ी वाहनों से लोग त्रस्त
गड़चिरोली शहर में चार मुख्य मार्ग होकर इनमें चंद्रपुर मार्ग, धानोरा, आरमोरी और चामोर्शी इन मुख्य मार्गो का समावेश है. वहीं दुसरी ओर गड़चिरोली शहर की जनसंख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जाने के साथ-साथ वाहनों की संख्या भी काफी बढ़ गई है. इसके अलावा बाहर जिले और बाहर गांवों से आनेवाले वाहनों की संख्या भी अधिक है. जिससे शहर में प्रतिदिन वाहनों की काफी भीड़ दिखाई देती है. किंतु पिछले कुछ दिनों से शहर के मुख्य मार्गो पर काली-पिली वाहन और निजि बससेवा द्वारा अतिक्रमण होते दिखाई दे रहा है. बीच सड़क पर वाहन खड़ी होने के कारण आवागमन करनेवाले लोग त्रस्त हो गये है.
छात्रों पर मंडऱा रही मौत
वर्तमान स्थिति में स्कूल महाविद्यालय शुरू होकर छात्र प्रतिदिन स्कूलों में जा रहा है. ऐसे में कुछ छात्र साईकिल तो कुछ छात्र पैदल ही स्कूल, महाविद्यालय में पहुंच रहे है. ऐसे में सड़कों पर खड़े वाहन समेत मार्ग से तेज रफ्तार से चलनेवाले वाहनों के चलते छात्रों के साथ हादसा होने की संभावना जताई जा रही है. पहले ही शहर के आरमोरी मार्ग की चौड़ाई कम है. ऐसे में सड़क किनारे वाहन खड़े होने और आवागमन करनेवाले वाहनों की गति तेज होने के कारण गंभीर दुर्घटना घटने की संभावना जताई जा रही है.
यातायात विभाग को ध्यान देने की आवश्यकता
हाल ही में नगर परिषद प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाव मुहिम चलाते हुए शहर के मुख्य इंदिरा गांधी चौक समेत मुख्य मार्गो का अतिक्रमण हटाया है. बावजूद इसके अनेक व्यवसायिकोंं ने स्टॉल लगाकर अपना व्यवसाय शुरू रखे हुए है. ऐसे में दुकानों में आनेवाले ग्राहक अपनी वाहन सड़क पर ही रखने के कारण आए दिन यातायात की समस्या निर्माण हो गयी है. जिससे यातायात विभाग को इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता होने की बात कही जा रही है.