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प्रतीकात्मक तस्वीर

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गड़चिरोली. जमीन बिक्री के लिए अनुमति आदेश देने के कार्य के लिए एक आदिवासी लाभार्थी से 13,000 रुपयों की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक नागसेन प्रेमदास वैद्य (46) की गड़चिरोली कोर्ट ने चंद्रपुर जेल में रवानगी कर दी है. शुक्रवार को आरोप वैद्य को कोर्ट में पेश किया गया था. जहां आरोपी को न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश दिया है.

एक आदिवासी लाभार्थी को अपनी जमीन अन्य आदिवासी व्यक्ति को बिक्री करनी थी. इस कार्य के लिए संबंधित शिकायतकर्ता आदिवासी लाभार्थी ने एसडीएम कार्यालय में आवेदन पेश किया है. आवेदन के प्राप्त होते ही कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरत नागसेन वैद्य ने शिकायतकर्ता से संपर्क कर जमीन बिक्री हेतु अनुमति आदेश देने के लिए 15 हजार रुपयों के रिश्वत की मांग की.

13,000 रुपए रिश्वत लेते हुए लिपिक रंगे हाथ गिरफ्तार

रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने के कारण लाभार्थी आदिवासी किसान ने इसकी शिकायत गड़चिरोली के भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग से की. शिकायत के मिलते ही एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और गत सोमवार की रात कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ लिपिक को 13 हजार रुपयों की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होते ही शुक्रवार को आरोपी को गड़चिरोली कोर्ट में पेश किया गया. जहां न्यायालय ने आरोपी की चंद्रपुर जेल रवानगी कर दी है.