ST Bus Fire in Gadchiroli

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गड़चिरोली. राज्य के आखिरी छोर पर बसी गड़चिरोली जिले में गड़चिरोली और अहेरी डिपो द्वारा बसों का परिचलन किया जाता है. लेकिन गड़चिरोली अंतर्गत दौड़नेवाली आधे से अधिक बसें कबाड़ होने के कारण यात्रियों के लिए परेशानियों का सबब बन रही हैं. इससे पहले भी अनेक बार बसों में खराबी आने के मामले सामने आए हैं. कभी बस की छत उड़ने तो कभी छत से पानी टपकने, बीच राह में बस फेल होने के मामले उजागर हुए हैं. बावजूद इसके रापनि अपनी सेवाओं में सुधार करते नहीं दिखाई दे रहा है. इसी बीच शुक्रवार सुबह खलबली मचा देनेवाला मामला सामने आया. घोट-मुलचेरा मार्ग पर स्थित निकतवाड़ा गांव के जंगल के रास्ते जा रही बस अचानक जलने लगी. बस में आग लगने की बात का पता चलते ही यात्री अपनी जान बचाते हुए बस से बाहर निकल गए.

मामले से संपूर्ण जिले में खलबली मच गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गड़चिरोली डिपो की बस मुलचेरा तहसील मुख्यालय में प्रतिदिन हॉल्टिंग के लिए जाती है. उक्त बस प्रतिदिन तड़के 6 बजे मुलचेरा से निकलकर घोट-चामोर्शी-भाडभिडी होते हुए गड़चिरोली पहुंचती है. इसी क्रम में शुक्रवार को सुबह एम. एच. 07 सी. 9316 क्रमांक की बस यात्रियों का लेकर गड़चिरोली की ओर वापस आ रही थी. इस दौरान घोट से 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित निकतवाड़ा गांव के पास जंगल के मार्ग से मार्गक्रम करते समय एसटी बस के इंजन से अचानक धुआं निकलने लगा. यह मामला चालक के ध्यान में आया. इसी दौरान बैटरियों में शॉर्टसर्किट होकर अचानक बस जलने लगी. जिससे चालक और परिचालक ने तत्काल यात्रियों को बस से नीचे उतारकर स्वयं भी नीचे उतर गए. हालांकि इस घटना में किसी भी तरह की जीवन हानि नहीं हुई है.

चालक ने दिखाई सतर्कता 

बस चालक प्रदीप मडावी और परिचालक मुलचेरा से करीब 8 यात्रियों को बस में बिठाकर गड़चिरोली की ओर आ रहे थे. लेकिन जंगल के रास्ते में अचानक बैटरियों में शॉर्टसर्किट हो गई. इसी दौरान बस में आग लगने लगी.  मामला ध्यान में आते ही चालक मडावी ने तत्काल बस रोक दी. वहीं सभी यात्रियों को बस से नीचे उतार दिया. वहीं घटना की जानकारी डिपो प्रबंधक को दी गई. घटना के दौरान पेड़ों की हटनियों से बस में लगी आग पर काबू पाया गया.

दोनों डिपो में भंगार बसों की भरमार 

इन दिनों सरकार द्वारा महिलाओं को रापनि की बसों में 50 फीसदी सहूलियत दिए जाने के कारण बसों में महिला यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है. ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में निजी वाहनों की कमी होने के कारण अधिकत्तर यात्री रापनि की बसों से ही सफर करते हैं. हालांकि जिन बसों पर यात्री सफर करते हैं वे बसें भंगार होकर उनसे ही यात्रियों को सेवा दी जा रही है. वर्षों से गड़चिरोली और अहेरी डिपो में भंगार बसों पर यात्रियों को सफर करना पड़ रहा है. अहेरी डिपो में तो वर्ष 2019 से नई बसें दाखिल नहीं होने की जानकारी मिली है. दूसरी तरफ गड़चिरोली डिपो की अनेक बसों की हालत कबाड़ हो गई है.

बैटरी जली, यात्री सुरक्षित

संबंधित बस की केवल बैटरी जली है. लेकिन बस में सवार सभी यात्री और रापनि कर्मचारी सुरक्षित हैं. इस घटना की जानकारी मिलते ही दूसरी बस को तत्काल मौके पर भिजवाया गया. मामले संदर्भ में जांच की जाएगी. 

-फाल्गुन राकडे, डिपो प्रबंधक, गड़चिरोली.