ई- फसल एप में सुधार; किसानों के लिए हुई सुविधा, खरीफ सीजन का 1 अगस्त से पंजीयन

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    कोरची. राज्य सरकार के ई-फसल निरीक्षण यह महत्वाकांशी प्रकल्प 15 अगस्त 2021 से संपूर्ण राज्य में चलाया जा रहा है. किंतू बिते एक वर्ष के अनुभव व स्थानीय स्तर पर आए सुचनाओं के आधार पर ई-फसल निरीक्षण मोबाई एप में कुछ महत्वपूर्ण बदलांव सरकार ने किए हे. जिससे किसानों को इस एप का उपयोग करना सरल होनेवाला है. 

    बिते खरीफ, रब्बी व धूपकालिन सीजन में इस प्रकल्प अंतर्गत किसानों ने व्यापक प्रतिसाद देते हुए बुआई किए गए फसलों का पंजीयन किया. इस एप द्वारा 400 से अधिक विभिन्न तरह के पंजीयन लिए गए. किसानों के फसलों का पंजीयन करते समय आनेवाले अडचणों को दूर करने के लिए मोबाईल ऍप व्हर्जन-2 विकसित किया गया है.

    यह सुधारित मोबाईल ऍप 1 अगस्त से गुगल प्ले स्टोअर पर किसानों के उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जानेवाला है. प्रत्येक खातेदार अपना फसल पेरा इस ई-फसल निरीक्षण इस -ऍप द्वारा पंजीयन करना आवश्यक हे. इस पंजीयन बीमा, फसल बीमा दांवे हल करने के लिए, फसल कर्ज वितरण, प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों का नुकसान होने पर अचूक मुआवजा आदि बातों के लिए आवश्यक रहनेवाला है. जिससे किसान इस ऍप के माध्यम से खरीफ सीजन के फसलों का निरीक्षण समय पर पूर्ण करे, ऐसा आह्वान किया गया है. 

    पटवारी करेंगे 10 प्रश जांच 

    किसानों द्वारा की गई ई- फसल निरीक्षण स्वयं प्रमाणित मानकर वह गांव नमुना नंबर 12 में प्रतिद्धित होनेवाली है. किसान किए गए फसल निरीक्षण में से 10 प्रश पंजीयन का पड़ताल पटवारी के मार्फत की जानेवाली है. इसमें फसलों का फोटो नहीं होनेवाले पंजीयन, गलत फोटो होनेवाले पंजीयन व विहित दूरी से बाहर से लिए गए फोटो ऐसे पंजीयन की पडताल कर आवश्यक वह दुरूस्ती पटवारी करेंगे. वहीं किसानों को फसल निरीक्षण पंजीयन करने के बाद 48 घंटों में स्वयं होकर कभी भी एक बार दुरूस्ती कर पाऐंगे. 

    बिक्री हेतु संमत्ती दर्ज करने की सुविधा 

    समर्थनमुल्य योजना अंतर्गत आनेवाले फसलों की ई-फसल निरीक्षण के लिए किसान पंजीयन करने पर ई-फसल निरीक्षण एप में किसानों को ‘ अपने समर्थनमुल्य योजना अंतर्गत बिक्री के लिए पंजीयन करना है, क्या?’ ऐसा सवाल पुछा जानेवाला है. किसान ने ‘हा’ ऐसा विकल्प चुनने पर ऐसे सभी किसानों की जानकारी वेब आज्ञावली द्वारा आपूर्ति विभाग को दी जानेवाली है. जिसके तहत आपूर्ति विभाग के समर्थनमुल्य किंमत योजना अंतर्गत ऐसे किसानों का पंजीयन अपनेआप होनेवाला है. जिससे किसान खरीदी केंद्र में जाकर कतार में खडे रहकर पंजीयन करने की आवश्यकता नहीं रहेगी.