Injusticeed security guards started agitation, were posted at Vayunandana power plot

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    गड़चिरोली. गड़चिरोली तहसील के कनेरी स्थित वायुनंदा पॉवर लिमिटेड़ में तैनाम सुरक्षा रक्षकों द्वारा सुरक्षा रक्षक मंड़ल अधिनियम 1981 का प्रावधान लागु कर सुरक्षा रक्षकों का मंड़ल में पंजीयन करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था. आंदोलन के बाद कंपनी ने करीब 17 सुरक्षा रक्षकों को काम से निकाल दिया. जिससे अन्यायग्रस्त सुरक्षा रक्षकों ने दोबारा बेमियादी अनशन शुरू किया है. 

    आंदोलनकर्ताओं ने कहां कि, संबंधित कंपनी में पिछले 12 वर्षो से वह सुरक्षा रक्षक के रूप में कार्य कर रहे है. लेकिन संबंधित सुरक्षा रक्षकों के सुरक्षा के लिये किसी भी तरह का प्रावधान नहीं किया गया है. जिससे पिछले माह में संबंधित सुरक्षा रक्षकों ने सुरक्षा रक्षक मंड़ल अधिनियम 1981 का प्रावधान लागु कर सुरक्षा रक्षकों का मंड़ल में पंजीयन करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था. जिसके बाद 15 फरवरी को कंपनी ने करीब 17 सुरक्षा रक्षकों को काम से निकाल दिया.

    जिससे अन्यायग्रस्त सुरक्षा रक्षकों ने सुरक्षा रक्षक मंड़ल अधिनियम 1981 का प्रावधान लागु कर सुरक्षा रक्षकों का मंड़ल में पंजीयन करने और काम से निकाले गये सुरक्षा रक्षकों को पुर्ववत काम पर लेने की मांग को लेकर फिर से बेमियादी अनशन शुरू किया है. इस आंदोलन में सुमित ठाकुर, प्रमोद गड़पायले, विनोद मगरे, सुदर्शन उंदिरवाड़े, विनोद मेश्राम, प्रेमदास कुलसंगे, पुरंदर निमगड़े, डंबाजी जेंगठे, विलास गुरनुले, मिनदेव काटे, आकाश पोहणकर, अजय जराते, प्रविण राऊत, सुरज चौधरी, दिवाकर मोहुर्ले आदि का समावेश है.