निलगाय के मांस ने शिकारीयों को पहुचाया थाने,  गोविंदपुर के 5 आरोपी वनविभाग के गिरफ्त में

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    गड़चिरोली: जिला मुख्यालय से महज कुछ किमी दूरी पर होनेवाले गोविंदपुर में निलगाय की शिकार कर उसका मांस पकानेवाले व मांस की बिक्री करनेवाले 5 आरोपियों को धरदबोचने में वनविभाग को सफलता मिली है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम गोविंदपुर निवासी निलकंठ भाऊराव भांडेकर, भाऊराव ढिवरू भांडेकर, धर्मा बलीराम गावडे, पत्रु बिलाजी भांडेकर, विठल गोसाई सोमनकर का समावेश है। 

    गड़चिरोली तहसील के गोविंदपुर में निलगाय का शिकार करने की गुप्त जानकारी वनविभाग को प्राप्त हुई। इस जानकारी के आधार पर वनाधिकारी व कर्मचारियों ने 17 फरवरी को गोविंदपुर में पहुंचकर पत्रूजी भांडेकर के घर की तलाशी ली। इस बिच उसके घर के पिछ निलगाय का पकाया हुआ मांस कचरे में डाला दिखाई दिया। वहीं मांस जहां से खरीदी किया गया, उस जगह अधिक जांच करने पर तणस के ढेर में 4 किलो मांस छुपाकर रखने की बात सामने आयी।

    संबंधित वनकर्मचारियों ने निलगाय का मांस जब्त कर उक्त मांस पशुवैद्यकिय अधिकारी डा। लेखामी द्वारा फॉरेंसिक लैब की ओर जांच के लिए भेजा था। इस बिच वनविभाग ने इस मामले के 2 आरोपियों को शुरूआत में गिरफ्तार किया। किंतू मुख्य सुत्रधार के साथ अन्य आरोपियों की खोजबिन शुरू थी। इस बिच इस मामले के अन्य 3 आरोपियों को वनविभाग के दस्ते ने धरदबोचने में सफलता प्राप्त की। 

    घटनास्थल से मांस, खाल हथियार जब्त 

    वनविभाग के दस्ते ने 17 फरवरी को पत्रूजी भांडेकर के घर की जांच करने पर उनके घर से निलगाय का मांस बरामद हुआ। इसके बाद जंगल परिसर के घटनास्थल का निरीक्षण करने पर तणस के ढेर में छुपाकर रखा 4 किलों मांस, खाल व हथियार जब्त किया गया। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानुन के तहत मामला दर्ज किया गया। 

    इन्होने की कार्रवाई 

    उक्त कार्रवाई गड़चिरोली वनविभाग के सहाय्यक वनरक्षक सोनल भडके के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी अरविंद पेंदाम, मानद वन्यजीवरक्षक मिलींद उमरे, वन्यजीवप्रेमी अजय कुकूडकर, गुरवला के क्षेत्रसहायक अरूप कन्नमवार, डी एन. दुर्गमवार, वनरक्षक गुरू वाढई, वनरक्षक प्रियंका रायपुरे, क्रिष्णा मडावी, संव समिती अध्यक्ष गुरवला निलकंठ गेडाम, मक्सुद सय्यद, विलास भोयर, देविदास सोदुरवार थे।