लुढ़का पारा, जिले में बढ़ी ठिठुरन, जिले में रहा 7.4 अंश सेल्सिअस तापमान

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    • -विदर्भ में सबसे कम तापमान 

    गड़चिरोली. जिले में विगत 3 से 4 दिनों से तिव्र शितलहर देखने केा मिल रही है. आज मंगलवार को जिले के तापमान का पारा काफी निचे आया था. जिससे समुचे जिले में ठिठुरन बढ़ने की अनुभूमि हुई. विदर्भ में गड़चिरोली जिले में सबसे कम यानी 7.4 अंश सेल्सिअस तापमान दर्ज किया गया है. बतां दे कि, मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक तापमान में गिरावट होने का अनुमान व्यक्त किया है. जिसेस जिले में ठिठुरन कायम रहने की बात कहीं जा रही है. 

    एक पखवाडे के पूर्व बदरिले मौसम के कारण सर्दी गायब नजर आ रही थी, जो अपने पुरो शराब के साथ लौटी है. उत्तर भारत में हुए हिमवृष्टि के कारण विदर्भ विदर्भ में भी शिललहर फैली है. इस वातावरण के कारण नागरिक दिनभर स्वेटर, मफलर लगाकर ही घुमते नजर आए. सुबह व शाम के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में अलाव जलने लगे है. शहरों में सड़क किनारे नागरिक अलाव का सहारा लेते दिखाई दे रहे है. विगत 3 से 4 दिनों से सर्दी में काफी वृद्धि दिखाई दी.

    ऐसे में आज मंगलवार को तापमारा का पारा लुढ़ककर 7.4 अंश सेल्शिअस आया. जिससे गर्म कपडे भी सर्दी में प्रभावहीन नजर आए. खासकर छोटे बच्चे व वरीष्ठ नागरिकों के लिए यह ठिठुरन परेशानी का सबब बनी है. मौसम विभाग ने आगामी 4 दिन और तापमान में गिरावट होने की संभावना व्यक्त की है. जिससे जिले में ठंड और कुछ दिन कायम रहने की बात कहीं जा रही है. 

    विदर्भ में जिलानिाहय किमान तापमान 

    बिते कुछ दिनों से जिले के साथ समुचे विदर्भ में ठंड बढ़ गई है. आज मंगलवार को जिले में सबसे कम 7.4 अंश सेल्सिअस इतना तापमान दर्ज किया गया. इसमें नागपूर 7.6 अंश सेल्शिअस, अमरावती 7.7 अंश सेल्शिअस, चंद्रपूर 9.6 सेल्शिअस, गोंदिया 8.4, भंडारा 8.0, वर्धा 8.2, यवतमाल 9.0 अंश सेल्शिअस तापमान दर्ज किया गया है.

    वरीष्ठ नागरिक, बच्चों का रखे ध्यान 

    विगत कुछ दिनों से जिले के तापमान में शितलता बढ़ गई है. यह वातावरण छोटे बच्चे तथा वरीष्ठ नागरिकों के लिए दिक्कतोंभरा साबित हो रहा है. सर्दी के इन दिनों में उनका विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता निर्माण हुई है. ठंड के कारण सर्दी, खांसी आदि बिमारियां बढ़ने की संभावना है. जिससे गर्म कपड़ों का उपयोग करते हुए संबंधित विशेष ध्यान रखना आवश्यक है. 

    फसलों के लिए नुकसानदेह 

    फिलहाल रब्बी फसलों पर फुलों की बहार देखी जा रही है. किंतू विगत 3 से 4 दिनों से ठंड बढ़ने से रब्बी फसलों के लाखोली, उलद, मुंग, चना, मुंगफल्ली आदि फसलों को व्यापक फटका लगने की संभावना है. फिलहाल इन फसलों पर फुलों की बहार आयी है. किंतू निरंतर बढ़ रही ठंड के कारण फसलों के लिए नुकसानदेह साबित होने की संभावना है. फुलों की बहार झडने की संभावना है. सर्दी का और ऐसे ही कुछ दिनों तक जारी रहने पर रब्बी फसलों के लिए यह वातावरण मारक है. 

    नक्टूजी भेंडारे

    शेतकरी, नवेगाव