Bribery
रिश्वतखोरी

Loading

गोंदिया. गोरेगांव तहसील के मोहाडी मंडल कार्यालय के अंतर्गत आने वाले गिधाडी के पटवारी और कोतवाल को एसीबी विभाग की टीम ने 28 सितंबर को 18 हजार रु. की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था. शिकायतकर्ता 62 वर्षीय महिला है. वहीं आरोपी गिधाडी त.सा.झा. क्रम 13 के पटवारी मधुकर नकटु टेंभुर्णीकर (55)  गायत्री मंदिर के आगे, हीरापुर रोड, गोरेगांव निवासी व कोतवाल राकेश संपत वाल्दे (38) गिधाडी निवासी है.

शिकायतकर्ता एक किसान है और उसके पति के 3 भाई और 4 विवाहित बहनें हैं. जबकि शिकायतकर्ता की बेटी की शादी नहीं हुई थी, वह शिकायतकर्ता के साथ रह रही थी. अपनी बीमारी के कारण उसने अपना भू.नं.1 ख.नं.357 स्थित 1 हेक्टेयर खेत परिवादी के नाम मृत्यु प्रमाण पत्र खाते में पंजीयन दिनांक 15.11.2022 को लिखकर दस्तयाबी क्रमांक 1676 के अनुसार दुय्यम निबंधक कार्यालय गोरेगांव में दिया गया है.

शिकायतकर्ता के देवर की मृत्यु के बाद, मृत्यु प्रमाण पत्र के अनुसार देवर के नाम की जमीन मार्च 2023 में शिकायतकर्ता के नाम पर स्थानांतरित कर दी गई, जब दस्तावेज पटवारी कार्यालय में दिए गए, तो आरोपी पटवारी ने कोतवाल के माध्यम से फिर्यादी की ओर 20 हजार रु. की रिश्वत की मांग की. जबकि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, उसने एसीबी विभाग में शिकायत दर्ज कराई. इसी दौरान जब टीम ने ट्रैप कार्रवाई की तो आरोपी पटवारी को कोतवाल के माध्यम से 18 हजार रु. की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया.

दोनों आरोपियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर अपने लाभ के लिए अनुचित लाभ लेने का प्रयास किया. फिलहाल आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और उनके खिलाफ गोरेगांव थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. यह कार्रवाई पुलिस उप अधीक्षक विलास काले के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक उमाकांत उगले, सहायक पुलिस निरीक्षक अतुल तावड़े, सहायक पुलिस अधिकारी विजय खोब्रागड़े, चंद्रकांत करपे, पुलिस कांस्टेबल संजय कुमार बोहरे, मंगेश कहालकर, पुलिस कांस्टेबल संतोष शेंडे, संतोष शेंडे, संतोष बोपचे, अशोक कापसे, प्रशांत सोनवणे, कैलाश काटकर, महिला पुलिस सिपाही संगीता पटले, रोहिणी डांगे, चालक नायक पुलिस सिपाही दीपक बाटबर्वे ने की.