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गोंदिया. खरीफ सीजन के दौरान नवंबर और दिसंबर में बेमौसम बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान हुआ था. सरकार ने प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की है. इसका लाभ जिले के 42 हजार किसानों को मिलेगा, लेकिन इसके लिए संबंधित किसानों को बैंक खाते की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. अन्यथा किसानों को सरकार से मिलने वाले ‘मुआवजे’ से वंचित होना पड़ेगा.

25,700 हेक्टेयर फसल को नुकसान 

नवंबर से दिसंबर 2023 तक गोंदिया जिले में बेमौसम बारिश के कारण जिले में 25,700 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ था. जिससे 42 हजार किसान प्रभावित हुए. सरकार ने इन किसानों को 67 करोड़ 83 लाख  मुआवजे का ऐलान किया था. प्रभावित किसानों को राहत राशि वितरित करने के लिए जिला प्रशासन को प्राप्त हुई थी. धनराशि डीबीटी के रूप में किसानों के बैंक खाते में जमा की जाएगी. इसकी प्रक्रिया जिला प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है, लेकिन जिन किसानों ने अपने बैंक खाते की केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, मुआवजे से वंचित रह जाएंगे. इस संबंध में जिला प्रशासन ने पत्र भी जारी कर दिया है.

जिन किसानों के बैंक खाते में फसल क्षति की राशि जमा नहीं की गई है. संबंधित तहसील कार्यालय, मंडल अधिकारी कार्यालय, पटवारी कार्यालय से संपर्क करें  और इस ई-केआईडी नंबर के साथ अपने पास के सरकारी सेवा केंद्र से अपना ई-केवीडी नंबर प्राप्त करें, ई-केवाईसी हो. इस ई-केवाईसी के बाद नुकसान की राशि सरकार के माध्यम से प्रभावित किसानों के खाते में जमा की जाएगी.

3 हेक्टेयर तक सहायता

बेमौसम बारिश के कारण जिले के धान उत्पादक किसानों को 3 हेक्टेयर तक मुआवजा दिया जाएगा. किसानों को प्रति हेक्टेयर 13,600 रुपए मुआवजा मिलेगा.