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    गोंदिया. सब्जी मंडी सहित मटन मार्केट परिसर में अधिकांश जगह गंदगी का आलम बना हुआ है. जिसके कारण परिसर का वातावरण बदबूदार हो जाता है. कई दिनों के बाद मार्ग पर पडे कचरे को उठाया जाता है. जानकारी के अनुसार डेढ वर्षों के बाद शहर के पुराने बस स्थानक परिसर के मछली, मटन व चिकन सेंटरों पर जमी भीड से व्यवसायियों के निराश चेहरों पर रौनक लौट आई है.

    लेकिन 27 नवंबर को जिले की तिरोडा तहसील में मिले 7 कोरोना संक्रमितों से अब भय की स्थिति निर्माण हो चुकी है. इसी बीच रविवार 28 नवंबर अवकाश के दिन मटन मार्केट के दुकानों पर खरीददारों की जुटी भीड व व्यवसायियों व्दारा खुले जगह पर फेंकी गई मास की गंदगी व अवयवों से कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ने का भय खरीददारों के चेहरों पर नजर आया. इस परिसर को स्वच्छ रखने की मांग नागरिकों ने की है.

    उल्लेखनीय है कि गत वर्ष कोरोना महामारी ने जिले में पांव पसार रखा था. इस महामारी को काबू में करने शासन व जिला प्रशासन ने अनेक आदेशों को लागू किया. जिसके चलते नागरिकों को भारी परेशानियों से गुजरना पडा. दिनोंदिन बढते कोरोना संक्रमण से सर्वत्र भय का माहौल निर्माण हो चुका था. खाद्य व अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी व्यवसाय ठप्प हो चुके थे. उस समय जिले के चिकन, मटन व मछली व्यवसायियों को आर्थिक परेशानी से गुजरना पडा था. इन डेढ वर्षों की लंबी कठिनाई से गुजरने के बाद 28 अक्टूबर को जिला कोरोनामुक्त हो गया.

    13 नवंबर को जिले की सालेकसा तहसील में एक कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद पुनः 27 नवंबर को तिरोडा तहसील में 7 कोरोना संक्रमित पाए जाने से जिले में भय की स्थिति निर्माण हो चुकी है. वहीं कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. उल्लेखनीय है कि शहर के पुराने बसस्थानक परिसर के मछली मार्केट में वर्षो से चिकन व मटन व्यवसायियों व्दारा बेचा जा रहा है. इस मार्केट में शाम 4 बजे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के व्यवसायियों व्दारा दुकाने लगाई जाती है. इन दुकानों में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की नदी, तालाबों से पकड़ी गई नामी मछलियों को बेचने लाया जाता है.

    उसी तरह मटन व चिकन व्यवसायियों ने भी बढी तादाद में दूकानों को खोल रखा है. 28 नवंबर को शासकीय अवकाश के दिन मार्केट की अधिकांश दूकानों में शाम 4 बजे से खरीददारों की भीड जुटी हुई नजर आई.

    वहीं इन दूकानों के समीप के खुले जगह पर व्यवसायियों व्दारा फेंके गए मुर्गीयों के पंख, बकरों की सडी-गली खाले, अवयव व मांस के टुकडों से परिसर का माहौल बदबूदार नजर आया वहीं कई जगह लावारिस कुत्ते सडी-गली  खालों को नोचते नजर आए. वहीं कोरोना के शिरकत से भयभीत नागरिकों ने इस परिसर की स्वच्छता बनाए रखने की मांग की है.

    नप स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शनिवार व रविवार के दिन अवकाश होने से परेशानियां निर्माण हुई है. इन समस्याओं को कार्यालयीन दिन पर शीघ्र स्वच्छ किया जाएगा.