Pulse Polio Campaign
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गोंदिया. भारत एक पोलियो मुक्त देश है, लेकिन कुछ देशों में पोलियो अभी भी मौजूद है. जिससे एहतियात के तौर पर पोलियो अभियान चलाया जा रहा है. पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक देने के लिए सूक्ष्म नियोजन किया गया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. 

राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 3 मार्च को राज्य में क्रियान्वित करने की सूचना प्राप्त हुई है. इस संदर्भ में आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में जिप सीईओ मुरुगानंथम ने जिले के सभी नागरिकों से जागरुक रहकर 3 मार्च को अपने बच्चों को पोलियो की खुराक लेने का आह्वान किया है.

कोई भी बच्चा पोलियो से वंचित न रहे 

मुरुगानंथम ने कहा कि इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी बच्चा पोलियो से वंचित न रहे. पल्स पोलियो अभियान की जागरूकता के लिए बैनर बनवाकर अग्रभागों पर प्रदर्शित करें. अभियान में 3 मार्च को 0 से 5 वर्ष तक के 1 लाख 548 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी.  

हर गांव तक पहुंचने का नियोजन 

पोलियो का सूक्ष्म नियोजन किया गया है. जिससे की कोई भी बच्चा वंचित न रहे और ग्रामीण क्षेत्रों में 82,320 और शहरी क्षेत्रों में 18,228 बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी. 1443 पल्स पोलियो बूथ और 84 ट्रांजिट टीम और 34 मोबाइल टीम के माध्यम से 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,  258 उप-केंद्र और आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मचारी, आंगनवाड़ी सेविका, आशा सेविका और 282 पर्यवेक्षकों के माध्यम से हर गांव और पाड़ा तक पहुंचने का नियोजन किए जाने की जानकारी माता व बाल संगोपन अधिकारी डा. रोशन राऊत ने दी है.

बैठक में शासकीय मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डा. कुसुमाकर घोरपड़े, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितिन वानखेड़े, जिला शल्य चिकित्सक डा. अमरीश मोहबे, जिला मातृ व शिशु देखभाल अधिकारी डा. रोशन राऊत, उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी (महिला व बाल कल्याण) संजय गणवीर, डा. साजिद खान व विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे.