ST Strike
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    गोंदिया . महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों की 27 अक्टूबर 2021 से शुरु हड़ताल का मामला आखिर हल हो गया है जिससे राज्य शासन ने हड़ताली कर्मचारियों पर काई कार्रवाई नहीं करते हुए उन्हें 22 अप्रैल तक काम पर पदस्थ होने के निर्देश दिए है. 

    आखिरकार हड़ताल का निवारण हो गया फिर भी गोंदिया व तिरोड़ा इन दोनों डिपो में एक भी कर्मचारी ने काम पर पदस्थ होने के लिए आवेदन नहीं किया है. जिससे दोनों डिपो में हड़ताल की तरह सन्नाटा दिखाई दे रहा है. 

    अक्टूबर से एसटी कर्मचारियों ने निगम का शासन में विलय किया जाए इस प्रमुख मांग को लेकर आंदोलन शुरु किया. इस बीच न्यायालय के समक्ष एसटी निगम ने राज्य सरकार के कर्मचारी के रुप में गृहित मानकर लाभ देना या निगम का राज्य शासन में विलय करा लेना संभव नहीं. ऐसी भूमिका रखी. इसी तरह तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश मान्य की है.

    इसी तरह एसटी कर्मचारियों के हड़ताल काल में निलंबित किए गए कर्मचारियों को पदस्थ किया जाए, किसी भी कर्मचारी पर कार्रवाई न करे, ऐसा आग्रह किया गया. इन मुद्दों को मान्य करते हुए राज्य शासन ने तथा एसटी निगम ने 33 अप्रेल तक पदस्थ होने का अवसर दिया है. इतना ही नहीं जो कोई दी गई अवधि में पदस्थ नहीं होगा, उसे नौकरी की जरूरत नहीं ऐसा समझा जाएगा. ऐसी सूचना दी है.

    उसके अनुसार गोंदिया व तिरोड़ा इन दोनों डिपो के कुछ हड़ताली कर्मचारी काम पर लौटेंगे, ऐसी अपेक्षा थी लेकिन जिले के दोनों डिपो में एक भी कर्मचारी ने पदस्थ होने के संदर्भ में आवेदन नहीं किया है. उल्लेखनीय है कि इन दोनों डिपो में लगभग 90 प्रश से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर है. इसी तरह अनेक कर्मचारी मुंबई के आंदोलन में शामिल हुए है. वहीं दूसरी ओर धरना पैंडाल में बैठे कर्मचारी भी पदस्थ होने के लिए संगठन के पदाधिकारियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. जिससे हड़ताल का मामला समाप्त हो जाने के बाद 22 अप्रेल इस अंतिम अवधि तक कर्मचारी पदस्थ होंगे या नहीं. इस पर लोगों की नजर लगी है. 

    गोंदिया में 27 व तिरोड़ा में 25 कर्मचारी निलंबित 

    रापनि ने हड़ताल के दौरान कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. काम पर लौटने का आव्हान सहित जो आंदोलन में फ्रंट लाइन में है, उन कर्मचारी को निलंबित किया गया. इसमें गोंदिया डिपो के 27 व तिरोड़ा के 25 कर्मचारियों का समावेश है. इन निलंबित किए गए कर्मचारियों को भी 22 अप्रेल तक काम पर लौटने का मौका दिया गया है. इन कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई निगम पीछे लेगा. 

    अनुबंधित कर्मचारी के भरोसे 25 फेरियां

    रापनि कर्मचारियों को पिछले 5 महीने से आंदोलन शुरू होने से एसटी के चक्के रुक गए थे जिससे राज्य परिवहन निगम ने मनुष्यबल पूर्ति करने वाली कंपनी से चालकों की अनुबंध पर भर्ती की है. गोंदिया डिपो में 23 चालक व 5 स्थायी चालक सेवा दे रहे हैं. इस तरह कुल 28 चालकों के भरोसे गोंदिया डिपो से हर दिन 22 से 23 फेरियां एसटी बसों की  फेरियां शुरू हैं.