गोंदिया. जनरल बोगी अनारक्षित कर यात्रियों को बिना रिजर्वेशन टिकट पर यात्रा करने दो ऐसा आदेश रेलवे बोर्ड ने 20 दिन पूर्व जारी किया है. लेकिन रेलवे प्रशासन अब भी टिकट देने और जनरल बोगी अनारक्षित करने में टालमटौल की नीति अपना रहा है. जिससे मजबूरीवश यात्रियों को रिजर्वेशन करके ही यात्रा करनी पड़ रही है. इसमें रेल विभाग यात्रियों से सुपर लूट खसोट करने में लगा है. इस तरह का रवैया रेल विभाग और कितने दिन यात्रियों के साथ अपनाएगा यह समझ से बाहर है. कोरोना के प्रथम चरण में रेल मंत्रालय ने एक झटके में यात्री रेल सेवा बंद कर दी थी.
प्रथम चरण का प्रभाव समाप्त होकर दूसरा चरण व तीसरा चरण आकर चला गया है. लेकिन रेलवे ने सामान्य यात्रियों के लिए यात्रा के दरवाजे अब भी बंद कर रखे हैं. कोरोना वायरस का प्रभाव कम होने के बाद भी इन दरवाजों को खुला नहीं किया गया है. बल्कि कोरोना के नाम पर सुपर लूट का प्रयोग रेलवे ने शुरू किया है. इसमें रिजर्वेशन करो, इसके बाद ही ट्रेन में बैठो. ऐसा फतवा रेल विभाग ने निकाला है. जिसमें डबल, तीन गुना टिकिट की दर निर्धारित कर यात्रियों की आर्थिक लूट की जा रही है. जबकि सर्वसामान्य यात्री पिसा जा रहा है.
फिलहाल कोरोना का तीसरा चरण नहीं के बराबर रह गया है. जिससे शासन ने अनेक प्रतिबंध शिथिल किया है. रेल विभाग में भी प्रतिबंध शिथिल होंगे ऐसी सर्वसामान्य यात्रियों की अपेक्षा थी. हर एक यात्री रेल सुविधा पूर्ववत होने की प्रतीक्षा कर रहा है. उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड ने 20 दिन पूर्व ट्रेनों के जनरल बोगी अनारक्षित कर जनरल बोगी से यात्रा करने वाले यात्रियों को पूर्व की तरह काउंटर पर टिकट दें ऐसा ओदश दिया. लेकिन वह अब भी कागजों पर ही सीमित है. रेल विभाग ने अनारक्षित बोगी की व्यवस्था की ही नहीं है. इसके अलावा बिना रिजर्वेशन टिकिट भी नहीं दी जा रही है. जिससे रेल यात्रियों को आखिरकार मनमसोस कर रिजर्वेशन कर यात्रा करनी पड़ रही है. जिससे सवाल उठ रहा है कि रेलवे बोर्ड ने फिर आदेश निकाला ही क्यों ?
जुलाई महीने तक प्रतीक्षा करनी पड़ेगी
इस विषय में रेल प्रशासन के एक प्रवक्ता ने बताया कि जनरल बोगी अनारक्षित कर पूर्व की तरह टिकट देने के लिए जुलाई माह लग सकता है. इतना ही नहीं नाम नहीं प्रकाशित करने पर अधिकारी ने यह भी बताया कि अगले दो तीन माह तक बोगी आरक्षित हैं. जिससे पूर्व की तरह टिकट देना संभव नहीं है. जिससे जुलाई माह तक जनरल बोगी से यात्रा करना संभव है क्या ? यह बताना कठिन है. इतना ही नहीं लोकल पैसेंजर को छोड़कर अन्य ट्रेनो में मासिक पास की सुविधा के विषय में उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया.