आखिर किस योजना से नाचण नदी पर बनाया जा रहा पुल? सूचना बोर्ड गायब

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    जामनेर : कॉलम 7 लंबाई करीब 70 मीटर ऊंचाई 12 मीटर तक चौड़ाई 9 मीटर। दोनो तरफ के ज़ीरो को मिलाने मे अतिक्रमण (Encroachment) का कोई जोखिम नही ये वर्णन है नाचणखेड़ा मे नाचण नदी (Nachan River) पर बन रहे पुल (Bridge) का जो पाचोरा और जामनेर तहसिल को आपस मे जोड़ता है। कायदे से इस निर्माण (Construction) के पास कार्य ब्यौरे का सूचना बोर्ड होना चाहिए था। जो कही भी दिखाई नही दिया इस लिए हमने इसका तकनीकी ब्यौरा देने का प्रयास किया है। इस पुल का काम जामनेर के एक ऐसे मंझे हुए ठेकेदार ने लिया जिसके नाम का डंका स्मार्ट ऑफ गिविंग से बजता रहता है। जब आप पुल के निर्माण पर जाएंगे तब सीमित मशीनरिस कुछ मजदूर दिखाई पड़ेंगे नागरिको ने बताया कि ये काम बीते छह महीने से चल रहा है। वर्क स्पॉट पर कोई सूचना बोर्ड नही लगाया गया है। 

    पुराने पुल से निकाले हुए सामान गायब

    इतना आंकलन है कि PWD विभाग के निगरानी मे ये काम हो रहा है। ब्रिज का कोटेशन 2 करोड़ से अधिक रुपयों का है। कॉलम भरने के लिए स्टिल की गुणवत्ता कुछ ठीक ठाक है अन्य चीजो की गुणवत्ता के विषय मे पड़ताल करना बेकार है क्यो की PWD और ठेकेदार की आपस मे ट्यूनिंग बेस्ट है। इसी प्रकार से आप तोंडापुर चले गए तो वहां खड़की नाले पर तीन करोड़ रुपए की लागत से जो बड़ा ब्रिज बन रहा है उसके निर्माण को लेकर यही स्थिति है। यहां तो सूत्रो के हवाले से यह पता चल रहा है, कि पुराने पुल का जो स्टील भंगार मे निकला वो गायब कर दिया गया है। इस बात का प्रशासन की ओर से खुलासा और जांच हो तो जनता पर बड़ी मेहरबानी हि होगी क्यो की सिस्टम के लिए कस्टम देने वाली टैक्स पेयर जनता का इतना हक तो बनता हि है। आप जामनेर तहसिल के किसी भी कोने मे चले जाइए जहाँ कहा करोड़ो रुपए के बुनियादी निर्माण शुरू है। वहां ठेकेदारों द्वारा उन कार्यो का समग्र ब्यौरा सार्वजनिक नही किया गया है। 

    संबंधितो से इन कामो को लेकर पूछताछ करने पर नेताओं से रिश्तेदारी की दुहाई और धौस दी जाती है। इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि सिस्टम मे पॉलिटिक्स का कितना रुबाब है। इन तमाम मामलो मे लिप्त भ्रष्टाचार और गड़बडियों को लेकर आम लोगो से जांच और कार्रवाई की मांग करना मजाक हि साबित होगा। बहरहाल काम कैसा भी किया जा रहा हो कमीशन खोरी और सहमती से चल रही लूट इतनी प्रभावी है कि पूछिए मत। उपजिला अस्पताल मे NRHM की ओर से चल रहे डेढ़ करोड़ के घटिया इमारत निर्माण के काम को लेकर लगातार न्यूज प्रकाशित करने के बावजूद अब तक कोई अधिकारी इस काम का मुआयना करने तक नही पहुचा है।