- धड़ल्ले से चल रहीं महाराष्ट्र में एमपी की बसें
- मध्य प्रदेश की बसों पर भी प्रतिबंध लगाने की उठी मांग
- 48 फेरा प्रति दिन बसें लगाती थीं
- 3 लाख की एसटी को रोज होती थी आय
- 4 लाख प्रत्येक दिन त्योहार सीजन में मिलता था राजस्व
जलगांव. कोरोना महामारी के कारण जलगांव जिले (Jalgaon District) से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के लिए जाने वाली बसों (Buses) पर प्रतिबंध (Restriction) लगने से जलगांव एसटी निगम को प्रति दिन 3 लाख रुपए का नुकसान (Loss) उठाना पड़ रहा है। महाराष्ट्र की एसटी बसें (ST Buses) रावेर बस स्टैंड तक ही जा रही हैं। गत सप्ताह से जलगांव ज़िले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों (Corona Positive Patients) की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने मध्य प्रदेश में एसटी बसों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसलिए जलगांव जिले के विभिन्न डिपो से बुरहानपुर जाने वाली बसों की सेवा तीन दिनों के लिए बंद हैं।
वहीं मध्य प्रदेश की बसें महाराष्ट्र में बेरोटोक आ-जा रही हैं। इसलिए इन बसों के आगमन पर प्रतिबंध लगाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि कोरोना के कारण एसटी बसों पर प्रतिबंध लगाया गया है तो मध्य प्रदेश की बसों के परिचालन को क्यों छूट दी गई है।
परिजनों से मिलने खानदेश से बुरहानपुर-खंडवा आते हैं लोग
एस टी महामंडल के जलगांव डिवीजन से जलगांव डिपो सहित भुसावल, चोपड़ा, यावल, एरंडोल और रावेर डिपो से बुरहानपुर के लिए प्रति दिन 48 राउंड बसों का संचालन किया जा रहा था। मध्य प्रदेश की सीमा से सटे बुरहानपुर और खंडवा ज़िले में बड़े पैमाने पर खानदेश के नागरिक बसे हैं। प्रति दिन रिश्तेदारों एवं परिजनों का आना-जाना लगा रहता है। एसटी निगम को इससे प्रति दिन 3 लाख रुपए तक की आय होती है। वहीं त्योहारी सीजन में यह बढ़कर 4 लाख तक पहुंच जाती है।
पहले से ही नुकसान झेल रहा महामंडल
कोरोना के कारण इस सेवा के बंद होने के कारण महामंडल को हर दिन 3 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है, जबकि कोरोना ने पहले ही एसटी निगम के राजस्व को प्रभावित किया है, अब राजस्व देने वाले मार्ग पर बसों को बंद करने से एसटी निगम के घाटे में वृद्धि हो रही है।
कोरोना के चलते रावेर तक ही जा रही बसें
कोरोना के कारण महाराष्ट्र एसटी की बसें मध्य प्रदेश नहीं जा रही हैं, इसलिए यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न डिपो से बसें रावेर तक ही जा रही हैं। वहीं मध्य प्रदेश की बसों में सवार होकर यात्री बुरहानपुर मध्य प्रदेश की दिशा में यात्रा कर रहे हैं। मध्य प्रदेश से बसें बिना किसी रोक-टोक के महाराष्ट्र में आ रही हैं। इसलिए महाराष्ट्र सरकार से इन बसों के महाराष्ट्र आगमन पर प्रतिबंध लगाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है।
कोरोना जांच की रिपोर्ट साथ में रखना जरूरी
महाराष्ट्र के यात्रियों को मध्य प्रदेश की यात्रा के लिए कोरोना टेस्ट की नकारात्मक रिपोर्ट साथ रखना अनिवार्य है। कंडक्टर को निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही बुरहानपुर जाने वाले यात्री बसों में बैठने की अनुमति मिलती है। जलगांव संभागीय अधिकारी बांजरा ने मध्य प्रदेश जाने वाले लोगों से यात्रा करते समय कोरोना रिपोर्ट साथ में रखने की अपील की है।