Crime
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    अंमलनेर : अमलनेर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने मां (Mother) और बच्चों (Children) के बीच के रिश्ते को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक महिला ने अपने ही सात बच्चों को बेचने (Selling) की योजना बनाई क्योंकि उसके पास कोरोना महामारी में उसने अपने पती को खो दिया। उसकी आजीविका (Livelihood) का कोई साधन नहीं बचा।  लेकिन पुलिस ने बेचते समय उसे हिरासत में ले लिया है। पुलिस की सूचना पर बच्चों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। महिला का नाम हीराबाई देवा गायकवाड़ (उम्र 40, निवासी बेघर) है। 

    आजीविका के पर्याप्त साधन नहीं 

    यहां के पुलिस निरीक्षक जयपाल हिरे को सूचना मिली कि शहर के गांधीपुरा क्षेत्र के सुभाष चौक पर एक महिला कुछ बच्चों को बेच रही है। तदनुसार, उन्होंने आगे की जांच के लिए महिला की तलाश के लिए एक पुलिस टीम भेजी। टीम ने संबंधित महिला से संपर्क किया और उससे पूछताछ की। वह दहशत की स्थिति में नजर आई। उसे उसकी तीन लड़कियों और चार लड़कों के साथ पुलिस स्टेशन लाया गया। इस महिला की कस्टडी में बच्चों के बारे में पूछताछ की गई तो साथ में आए बच्चे महिला के ही बच्चे थे और चूंकि उसके पति की कोरोना से मौत हो गई थी, इसलिए उसके पास रोजी-रोटी के पर्याप्त साधन नहीं था, इसलिए वह अपने बच्चों को इच्छुक लोगों को बेच रही थी। उसे समझा गया कि बच्चों को बेचना गैरकानूनी है। 

    बच्चों को किशोर सुधा केंद्र भेजा गया

    भविष्य में बच्चियों को बेचने की आशंका होने पर तीन बालिका और चार बालकों को बाल कल्याण समिति, जलगांव में संरक्षण और पालन-पोषण के लिए प्रस्तुत कर महिला बाल सुधार गृह भेज दिया गया। इधर पुलिस निरीक्षक, उपनिरीक्षक नरसिंह वाघ, पुलिस कर्मी नजीमा पिंजारी, दीपक माली, रवींद्र पाटिल इस अभियान के दौरान मौजूद रहे।