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    महाराष्ट्र: कुछ लोग वक्त की बेरहमी पर रोते है, वही कुछ लोग कठिन समय में भी अपना रास्ता निकाल लेते है, यानी उस वक्त का भी अच्छा उपयोग करते है। लॉकडाउन के दौरान बच्चों को शिक्षित करने का एक अनोखा और बहुत अच्छा तरीका खोजने वाले बालाजी जाधव (Balaji Jadhav) ये सतारा (Satara) के शिक्षक है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार जीता है। लॉकडाउन  के दौरान शिक्षा जारी रखने के लिए जाधव द्वारा किए गए कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए ‘हनी बी नेटवर्क’ और ‘गीयान’ नामक संस्था ने शिक्षा के प्रयोग पर ध्यान दिया है। आइए जानते है इस आदर्श शिक्षक के बारे में… 

    कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए शिक्षा 

    आपको बता दें कि बालाजी जाधव विजयनगर के एक जिला परिषद स्कूल में शिक्षक हैं और उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी अपने छात्रों को शिक्षा से वंचित नहीं रहने दिया। बता दें कि उनके स्कूल में 40 विद्यार्थी पढ़ते हैं। चूंकि उनके माता-पिता के पास स्मार्टफोन नहीं थे, जाधव ने कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए एक बार में दस छात्रों को पढ़ाया। इस तरह परेशानी में भी रास्ता निकाल कर इन्होंने शिक्षा का काम जारी रखा। 

    इस अवार्ड से हुए सम्मानित 

    उन्होंने इन चीजों का इस्तेमाल बच्चों को समझने में आसान बनाने के लिए किया। बड़े बच्चों को प्रतिदिन कही गई बातों को लिखने के लिए कहा गया। इससे विद्यार्थियों को लिखने का अभ्यास हुआ। जाधव ने आठ महीने तक इस गतिविधि को अंजाम देकर सभी छात्रों की पढ़ाई पूरी की। इतना ही नहीं, उन्होंने पड़ोसी स्कूलों के छात्रों की भी मदद की।जाधव सर को उनके अभिनव कार्यों के लिए 24 दिसंबर को HBN क्रिएटिविटी एंड एक्सक्लूसिव अवार्ड्स से सम्मानित किया गया। उनके साथ, देश भर के दस अन्य शिक्षकों ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।

    प्रयोग के लिए पुरस्कार

    यह पुरस्कार दो संगठनों हनीबी नेटवर्क और जीआईएएन द्वारा शिक्षा में प्रयोग और नवाचार के लिए दिया गया। इसमें पारंपरिक ज्ञान प्रणाली में दैनिक बाधाओं को दूर करने वाले शिक्षकों पर विचार किया गया। 87 देशों से कुल 2500 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। 9 देशों के 11 लोगों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई।

     

    विश्व स्तर पर सराहना की

    अब तक की गई विभिन्न परियोजनाओं को राज्य, राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली। बहरहाल, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होना खुशी की बात है। आने वाले समय में हम ऐसे प्लेटफार्म से और शिक्षकों को जोड़ने का प्रयास करेंगे। शिक्षक बालाजी जाधव ने कहा कि दुनिया भर में हो रहे नवीन शिक्षा प्रयोग हमारे शिक्षकों तक पहुंचेंगे और शिक्षकों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों तक पहुंचेंगे।