महाराष्ट्र: जैसा कि हम देख रहे है महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के आंकड़े दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे है। ऐसे में अब राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने राज्य में किसानों की आत्महत्या की बढ़ती संख्या को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। जयंत पाटिल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार किसानों की आत्महत्या रोकने में विफल रही है इसलिए, चाहे कितनी भी कोशिश कर ली जाए सरकार के माथे पर लगे किसान आत्महत्या के ‘कलंक’ को नहीं मिटा पाएगी। इस बारे में उनोन्हे ट्वीट किया है जो बेहद चर्चा में बना हुआ है।
जयंत पाटिल ने कहा ने कहा…
जी हां आपको बता दें कि एक खबर के आधार पर जयंत पाटिल ने ट्विटर पर किसान आत्महत्या पर अपनी राय व्यक्त की और कहा कि “एक तरफ मुख्यमंत्री सदन में बोलते हुए घोषणा करते हैं कि राज्य को किसान आत्महत्या से मुक्त किया जाएगा। दूसरी तरफ मराठवाड़ा में किसान आत्महत्याएं चरम पर पहुंच गई हैं। पिछले आठ महीनों में, लगभग 865 किसानों ने आत्महत्या करने जैसा चरम कदम उठाया। आंकड़े चौंकाने वाले हैं। औसतन हर दिन 2 से 3 किसान अपना जीवन समाप्त करते हैं”, जयंत पाटिल ने बताया।
एकीकडे सभागृहात बोलताना मुख्यमंत्री राज्याला शेतकरी आत्महत्या मुक्त करण्याची घोषणा करतात. दुसरीकडे मराठवाड्यात मात्र शेतकरी आत्महत्यांचा उच्चांक गाठला आहे. गेल्या आठ महिन्यात तब्बल ८६५ शेतकऱ्यांनी टोकाचे पाऊल उचलून आत्महत्या केल्याची आकडेवारी धक्कादायक आहे. दिवसाला सरासरी २ ते ३…
— Jayant Patil- जयंत पाटील (@Jayant_R_Patil) September 10, 2023
पाटिल ने कई मुद्दों को उठाया
इसके साथ ही जयंत पाटिल ने यह भी आलोचना की है कि ”सरकार किसानों को कर्जदारी, महंगाई के कारण खराब हुई आर्थिक स्थिति, पिछले साल भारी बारिश और अब सूखे के संकट से बाहर निकालने में विफल रही है।” जैसा की हम सब जानते है इस साल महाराष्ट्र में बारिश नहीं हुई है। कई गांवों में तो बरसात के मौसम में टैंकरों से पानी सप्लाई करने का समय आ जाता है। बारिश न होने के कारण फसलें खेतों में जल गईं। इससे किसान असुरक्षित हो गया है। इस स्थिति के कारण महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की दर बढ़ रहा है। ऐसे में इस मुद्दे को उठाते हुए जयंत पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है।