Maharashtra Politics Defection

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई:
वर्ष 2021 के जून महीने में शिवसेना में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद से महाराष्ट्र दलबदलुओं का दल-दल बन गया है। हालांकि सीएम शिंदे और उनके बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ राकां में बगावत करने वाले ज्यादातर नेताओं का भविष्य अब खतरे में ही नजर आ रहा है, लेकिन ऐन चुनाव के मौके पर दल, बदलने वाले नए दलबदलुओं के लिए फिलहाल दिवाली आ गई है। हाल के दिनों में दल बदलने वाले 7 नेताओं को लोकसभा का टिकट मिलने की वजह से लोग ऐसा कह रहे हैं। 

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में कुछ मौजूदा सांसदों का पत्ता कट गया है तो वहीं विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कई दूसरे इच्छुक भी टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज चल रहे हैं। राज्य के कई निर्वाचन क्षेत्र में हो रहे नाटकीय घटनाक्रमों कई नाराज एवं इच्छुक नेता ऐन चुनाव के मौके पर अवसर देखकर पार्टी बदल रहे हैं। इसका खामियाजा सियासी दलों के पुराने निष्ठावान नेताओं कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव की शुरुआत से ही चर्चा में रहे माढा, नगर दक्षिण, शिरूर, बीड, जलगांव, रामटेक, धाराशिव लोकसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों के मामले में ऐसा देखने को मिला है। 

अजित के लिए कहीं खुशी कहीं गम
शिरूर में मौजूदा सांसद अमोल कोल्हे को उखाड़ फेंकने के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ी चाल चली है। उन्होंने पार्टी में शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और पूर्व सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल को अपनी पार्टी में शामिल करके लोकसभा का उम्मीदवारी बना दिया। हालांकि अजित को बीड में झटका भी लगा है। बीड में महायुति (बीजेपी) की उम्मीदवार पंकजा मुंडे के खिलाफ महाविकास आघाड़ी में शामिल राकां (शरद पवार) ने अजित गुट के नेता धनंजय मुंडे के करीबी बजरंग सोनावने को अपना उम्मीदवार बना दिया। इसी तरह सीट बंटवारे में धाराशिव अजित पवार को मिला तो बीजेपी विधायक राणा जगजीत सिंह पाटिल की पत्नी अर्चना पाटिल राकां (अजित गुट) में शामिल हो गईं और उन्हें लोकसभा की उम्मीदवारी मिल गई। लेकिन दक्षिण नगर सीट पर अजित के करीब निलेश लंके अजीत का साथ छोड़कर शरद पवार के साथ चले गए। लंके के दल बदलने से भाजपा के सुजय विखे को कड़ा प्रतिद्वंद्वी मिल गया है। 

जलगांव-माढा में बीजेपी की मुश्किल
इस चुनाव में बीजेपी ने मौजूदा सांसद उन्मेश पाटिल का टिकट का दिया तो उन्मेश शिवसेना (उद्धव गुट) में शामिल हो गए। उन्होंने अपने करीबी करण पवार को जलगांव से लोकसभा का उम्मीदवार बनवा दिया। इससे बीजेपी की उम्मीदवार स्मिता वाघ की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जबकि माढा में भाजपा ने मौजूदा सांसद रणजीत सिंह निंबालकर को दोबारा मौका दिया तो इससे नाराज होकर पूर्व उपमुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते पाटिल के भतीजे धैर्यशील मोहिते पाटिल राकां (शरद पवार) पार्टी के उम्मीदवार बन गए। इसी तरह सीएम शिंदे ने उमरेड से कांग्रेसी विधायक राजू पारवे को शिवसेना (शिंदे गुट) में लाकर रामटेक से उम्मीदवार बना दिया।