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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में सियासी उथल पुथल हमेशा देखने को मिलती है। एकनाथ शिंदे का शिवसेना से निकलकर अलग पक्ष बनाने को आज एक साल पूरा हो गया है। ज्ञात हो कि पिछले साल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह के आह्वान के कारण शिवसेना में विभाजन हो गया था। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना छोड़ दी और विधान परिषद चुनाव परिणाम की रात यानी 20 जून 2022 को विद्रोह कर दिया। आज उनका एक साल पूरा हो गया है। ठाकरे गूट के सांसद संजय राउत ने संयुक्त राष्ट्र संगठन (यूएनओ) को पत्र लिखकर मांग की है कि 20 जून को विश्व गद्दार दिवस घोषित किया जाए। आइए जानते है संजय राउत ने इस पत्र में क्या लिखा है। 

संजय राउत ने पत्र में लिखा… 

”20 जून 2022 को महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव हुए, उसी रात शिंदे और विधायक सूरत के लिए रवाना हो गए। यह देखा गया कि सुबह के समय एकनाथ शिंदे 16 विधायकों के संपर्क से बाहर हो गए थे। उसके बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया था। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों समेत 52 विधायक सूरत और वहां से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए।”

गद्दारों को मंच 

”उसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। उसके बाद शिंदे-फडणवीस की सरकार बनी। एक विधायक ने इसके लिए 50 पेटी (50 करोड़ रुपए) लिए, इसलिए 20 जून को पूरी दुनिया में गद्दार दिवस के रूप में मनाया जाए। संजय राउत ने कहा कि अगर यूएनओ विश्व गद्दार दिवस घोषित करता है तो दुनिया भर के गद्दारों को मंच मिल जाएगा।” 

 

‘विश्व गद्दार दिवस’ 

बता दें कि शिवसेना आज स्वाभिमान दिवस मनाएगी जबकि ठाकरे समूह इसे विश्व खोके दिवस के रूप में मनाएगा। एनसीपी 20 जून को गदर डे के रूप में मनाएगी। प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाताल ने हर तालुका स्तर पर गद्दार दिवस मनाने का आदेश दिया है। वहीं आदित्य ठाकरे ने आदेश दिया है कि आज के दिन को वर्ल्ड बॉक्सिंग डे के रूप में मनाया जाए। बरसी के दिन उद्धव ठाकरे और शिंदे-फडणवीस विश्वासघात को लेकर एक-दूसरे की आलोचना कर चुके हैं। कल राज्यव्यापी खेमे में उद्धव ठाकरे ने बगावत को लेकर शिंदे की आलोचना की थी। शिंदे-फडणवीस ने पलटवार करते हुए उद्धव ठाकरे को असली देशद्रोही बताया। ऐसे में अब महाराष्ट्र में सियासी माहौल और भी बिगड़ने की संभावना है।