मनोज जरांगे को लेकर देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान, जानें क्या बोले डिप्टी सीएम

Loading

मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। इससे पहले आंदोलनकर्ता ने शिंदे सरकार (Shinde Government) को 40 दिन का समय दिया था। हालांकि अब तक सरकार की और कुछ निर्णय नहीं लिया गया। वहीं, राज्य सरकार की और से कुछ कदम नहीं उठाने के बाद मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे दोबारा आमरण अनशन (Hunger Strike) पर बैठ गए है।  आज उनके अनशन का पांचवा दिन है। बताया जा रहा है कि उनकी तबियत बिगड़ती जा रही है। इस बीच, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनोज जरांगे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।  

मनोज जारांगे की सेहत का ख्याल रखा जाना चाहिए

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मनोज जारांगे की सेहत का ख्याल रखा जाना चाहिए। डॉक्टरों की एक टीम वहां मौजूद है। जीवन महत्वपूर्ण है। जो लोग उनके साथ हैं उन्हें भी उनका ख्याल रखने की जरूरत है। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद इन सभी मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है कि जो भी सही निर्णय हो वो लिया जाए। मुझे लगता है कि उन्हें मुख्यमंत्री पर भरोसा करना चाहिए।

केरल धमाकों क्या बोले DCM

केरल के कलामासेरी में कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा, “हम लोग हमेशा ही अलर्ट रहते हैं, अलग से कोई अलर्ट नहीं दिया गया है… क्योंकि महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहर हैं इसलिए हमें लगातार ध्यान रखना पड़ता है कि कोई गलत गतिविधियां न हो। इस दिशा में हमारे प्रयास चल रहे हैं।”

राज्यपाल से मिला शरद पवार गुट

इससे पहले एनसीपी (शरद पवार गुट) नेताओं ने महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की और  महाराष्ट्र  की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद जयंत पाटिल ने कहा कि जारांगे की हालत एक चिंता का विषय है। चिंता की बात यह भी है कि सरकार की ओर से निर्णय नहीं लिया जा रहा है।

राज्यपाल से मुलाकात के बाद जयंत पाटिल ने कहा, “हमने उन्हें महाराष्ट्र की स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि जल्द निर्णय लिया जाना चाहिए। चिंता की बात यह है कि निर्णय नहीं लिया जा रहा है। मनोज जारांगे पाटिल की सेहत चिंता का विषय बनती जा रही है। इसलिए राज्य सरकार को तुरंत निर्णय लेना चाहिए।”