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फ़ाइल फोटो

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    मुंबई: बीएमसी ( BMC) की स्थायी समिति (Standing Committee) की आखिरी बैठक में बीएमसी प्रशासन (BMC Administration) ने 179 मंजूरी के लिए लाने पर बीजेपी (BJP) ने जोरदार हमला बोला है। बीजेपी विधायक राजहंस सिंह (BJP MLA Rajhans Singh) ने कहा कि अब तक इतने अधिक प्रस्ताव कभी भी स्थायी समिति के सामने नहीं लाया गया है। आखिरी बैठक होने के कारण सभी विभागों से उनका काम छोड़कर प्रस्ताव तैयार करने का फरमान सुनाया गया था। 

    चुनाव से पहले इतनी अधिक संख्या में प्रस्ताव लाने का मतलब बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करना है। सिंह ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी कमीशन की मलाई खाने के लिए यह प्रस्ताव लाया है। 

    बीएमसी सदन में 2000 करोड़ का प्रस्ताव 

    राजहंस सिंह ने आरोप लगाया कि 2 मार्च को स्थायी समिति की होने वाली आखिरी बैठक में 179 प्रस्ताव को मंजूर करने के लिए लाया गया है। बीएमसी का यह टर्म 7 मार्च को समाप्त हो रहा है। उसी दिन बीएमसी सदन की भी अंतिम बैठक रखी गई है। इस बैठक में सदन के पटल पर 2000 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा गया है। सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना इन प्रस्तावों को मंजूर कर बीएमसी की तिजोरी में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। राजहंस सिंह ने कहा कि स्थायी समिति के अध्यक्ष यशवंत जाधव के घर आयकर विभाग ने छापा मारा था। जांच अभी पूरी भी नहीं हुई कि इतने प्रस्ताव पेश कर दिये गए जो ठीक नहीं है। 

    पिछले चार दिन तक जाधव और बीएमसी के ठेकेदारों के यहां छापा मारा गया था। इससे मनपा का नाम खराब हो रहा है। पांच साल में 50 हजार करोड़ का प्रस्ताव समिति में पास हुआ जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। 25 वर्षों में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बीएमसी में हुआ है। बीएमसी को खोखला बनाने वाली पार्टी के इस बार मुंबईकर सत्ता से उखाड़ फेकेंगे।

    - राजहंस सिंह, विधायक बीजेपी