मुंबई: अभी पेपर लीक होने से स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा रद्द होने का विवाद थमा भी नहीं था की रविवार को महाराष्ट्र गृहनिर्माण क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा ) में विभिन्न पदों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से रद्द कर दी गई। इसको लेकर सोमवार को बीजेपी (BJP) और एबीवीपी (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) के ठाणे (Thane) स्थित घर के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का सामना करने के लिए आव्हाड की एनसीपी (NCP) पार्टी कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हो गई। स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद इसे काबू में करने के लिए पुलिस (Police) बल को भी काफी पसीना बहाना पड़ा।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। वहीं कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया। एबीवीपी नेताओं ने आरोप लगाया कि एनसीपी कार्यकर्ताओं ने उनके शांतिपूर्ण विरोध में हिंसा फ़ैलाने का काम किया , जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
युवाओं का भविष्य अंधकार में
एबीवीपी के पदाधिकारी शंकर संकपाल ने कहा कि एमवीए सरकार ने एक पैटर्न निर्धारित किया है, पहले पेपर लीक होते हैं और फिर परीक्षाएं रद्द कर दी जाती हैं। विभिन्न परीक्षाओं के बार-बार रद्द होने से युवाओं का भविष्य अंधकार में है। हमने चुपचाप विरोध करने की कोशिश की, हालांकि, एनसीपी के कार्यकर्ता आए और आक्रामक हो गए। संकपाल ने कहा पुलिस ने एनसीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि हमारे अपने लोगों को ही गिरफ्तार कर लिया।
छात्रों के साथ होगा न्याय
मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मैं सभी छात्रों के साथ न्याय करने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने पेपर लीक के मुद्दे की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि म्हाडा अब अपनी परीक्षा में निजी संस्थानों को शामिल करने के बजाय अपनी परीक्षा खुद लेगा। आव्हाड ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विवाद खड़ा करना उचित नहीं है।