मुंबई: हाल के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में जीत (Win) के बाद केंद्र की बीजेपी सरकार (BJP Govt.) ने लोगों को महंगाई गिफ्ट (Inflation Gift) देते हुए पेट्रोल (Petrol), डीजल (Diesel) और रसोई गैस (LPG) के दाम (Price) बढ़ाकर आम आदमी के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। केंद्र की मोदी सरकार पर यह निशाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने साधा है। उन्होंने कहा कि पहले से महंगाई से जूझ रहे लोगों को बीजेपी (BJP) ने एक बार फिर गर्त में डाल दिया है।
नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पेट्रोल, डीजल, रसाई गैस (एलपीजी) और खाद्य तेल की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। मंगलवार को रसोई गैस के दाम में 50 रुपए प्रति सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल के दाम में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। पटोले ने कहा कि इसके अलावा रेलवे, एसटी निगमों, बिजली परियोजनाओं, सीमेंट उत्पादन और मॉल के लिए डीजल में 25 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। इस वजह से मुद्रास्फीति बढ़ेगी और इसका असर अंततः आम आदमी पर पड़ेगा।
घरेलू गैस के दाम बढ़ाने की क्या जरूरत है?
राष्ट्रवादी काँग्रेसचे प्रदेश प्रवक्ते @maheshtapase यांनी केंद्र सरकारकडून करण्यात आलेल्या पेट्रोल, डिझेल व एलपीजी गॅस सिलिंडरच्या दरवाढीवर आपले मत व्यक्त केले.#lpgpricehike #PetrolDieselPriceHike pic.twitter.com/01H2mG18MK
— NCP (@NCPspeaks) March 22, 2022
एनसीपी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा है कि भारतीय तेल कंपनियों ने रूस के साथ लाखों बैरल कच्चे तेल को बहुत ही उचित मूल्य पर आयात करने का समझौता किया है। ऐसे में केंद्र सरकार को कच्चे तेल की कीमतों का हवाला देकर घरेलू गैस की कीमतें बढ़ाने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत न्यूनतम थी तो केंद्र की मोदी सरकार ने रसोई गैस की कीमत कम नहीं की, लेकिन अब कच्चे तेल की कीमत की आड़ में सरकार घरेलू गैस और अन्य चीजों के दाम बढ़ा रही है। यह पूरी तरह से देश की जनता के साथ डबल गेम है ।