Shooter of Ravi Pujari

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मुंबई: मुंबई सिर्फ देश की आर्थिक राजधानी नहीं बल्कि इसको माया नगरी भी कहा जाता है। हर कोई यहां अपने सपनों को पूरा करने खिंचा चला आता है। हर अच्छी चीज के साथ कुछ बुराई भी होती है, ऐसे ही मुंबई के साथ बुराई के तौर पर अंडरवर्ल्ड का नाम जुड़ा हुआ है। मुंबई में अब अंडरवर्ल्ड का बोलबाला खत्म हो गया है, लेकिन एक समय उसकी तूती बोलती थी। हाजी कासम, करीम लाला, दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और रवि पुजारी का नाम मुंबई के गैंगस्टर की लिस्ट में शुमार है, लेकिन अंडरवर्ल्ड के खत्म होने के बाद अब इनसे जुड़े शूटर क्या कर रहे हैं। कुछ जेल में है और जो बाहर है वह बेरोजगार हैं। ऐसे में वह चोरी और लूट जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं।

रवि पुजारी से जुड़े एक शूटर को 20 मार्च को वर्सोवा पुलिस ने आभूषण की दुकान लूटने के प्रयास में गिरफ्तार किया है। जिस शूटर को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम अशफाक सैय्यद है। अशफाक सैय्यद की अपनी एक कहानी है। 2014 में बॉलीवुड फिल्म निर्माता पर उसने गोलीबारी की थी। कुछ समय पहले ही अशफाक सैय्यद आर्थर रोड जेल से रिहा हुआ था, लेकिन रिहा होने के कुछ समय बाद ही वह वापस सलाखों के पीछे पहुंच गया है। इस स्टोरी में हम अशफाक सैय्यद के बारे में बात कर रहे हैं। जो 20 मार्च को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार हुआ है। 

Morani House Firing

ऐसे शुरू हुआ अंडरवर्ल्ड का सफर
अशफाक सैय्यद को रवि पुजारी गैंग का अहम शूटर माना जाता है अशफाक ने रवि पुजारी की गैंग में प्रवेश कब किया था इसके बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन अशफाक सैय्यद रवि पुजारी के सहयोगी ओबेद रेडियोवाला के लिए काम करता था। यही से अशफ़ाक़ का अंडरवर्ल्ड का सफर शुरू हुआ था। अशफ़ाक़ ने रवि पुजारी के लिए कई गोली बारी में हिस्सा लिया जिनमे से महेश भट पर गोलीबारी की घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। 

गोलीबारी के बाद हुई गिरफ्तारी 

साल 2014 में अगस्त और नवंबर के महीने में दो बड़ी गोलीबारी की घटना हुई थी। 23 अगस्त को जुहू में मोरानी ब्रदर्स के घर के बाहर गोलीबारी हुई थी और उस गोलीबारी में भी रवि पुजारी की तरफ से शूटर अशफाक सैय्यद मौजूद था। वहीं दूसरी गोलीबारी नवंबर 2014 में हुई और यह गोलीबारी महेश भट्ट की हत्या के मकसद से हुई थी। हालांकि मुंबई पुलिस ने इस गोलीबारी के बाद 13 लोगों की गिरफ्तारी की थी और इन 13 लोगों में अशफाक सैय्यद भी शामिल था। 

Mahesh Bhatt House Firing

जेल में बनाई गैंग 
खबरों के मुताबिक मोरानी ब्रदर्स और महेश भट्ट पर गोलीबारी के लिए 11 लाख रुपए की सुपारी शूटर्स को दी गई थी। लेकिन दोनों ही मामलों में रवि पुजारी के शूटर नाकाम हुए। इसके बाद अशफाक को इस मामले में सजा हुई और वह आर्थर रोड जेल में अपनी सजा काट रहा था। आर्थर रोड जेल में सजा काटते वक्त उसकी मुलाकात जेल में ही मौजूद विनोद वैष्णव, कमलेश चौधरी और चांद इब्राहिम शेख के साथ हुई और इन लोगों ने मिलकर एक गैंग बनाई। 

रिहाई के बाद डकैती का प्लान 
जेल से रिहा होने के बाद इन लोगों का प्लान चोरी और डकैती का था, जुहू, सांताक्रुज, वर्सोवा और बांद्रा में चोरी की वारदात को देने की इन लोगों ने योजना भी बनाई। दरअसल रवि पुजारी की गिरफ्तारी के बाद इन शूटर पर बेरोजगारी का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे में इन सबके सामने जेल से रिहा होने के बाद एक सवाल यह भी था कि बाहर निकल कर यह क्या करेंगे और इसीलिए इन लोगों ने चोरी और डकैती में हाथ आजमाने का प्लान बनाया। 
फिर हुए गिरफ्तार 
जेल रिहा होने के बाद चारों आरोपियों ने वर्सोवा में आभूषण की दुकान को निशाना बनाने की योजना बनाई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को इनकी प्लानिंग की भनक लग गई थी और आभूषण की दुकान में लूट की वारदात के मंसूबे से पहुंचे चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद इन के पास से एक पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस एक चाकू, काले दस्ताने और मास्क के अलावा तीन मोबाइल फोन और दो बाइक भी बरामद की गई है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जेल से छूटने के बाद एक बार फिर रवि पुजारी के शूटर जेल पहुंच गए हैं।