चिकनगुनिया के स्ट्रेन की जांच करेगी BMC

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    मुंबई : जिस चिकगुनिया बीमारी (Chikungunya Disease) का पिछले कुछ सालों में नामोनिशान नहीं था, वह अब शहर में वापस लौट आया है। इस वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) ने स्ट्रेन (Strain) तो नहीं बदला है ? यह बीमारी की वापसी क्यो हुई है ? इसका पता अब बीएमसी (BMC) लगाएगी। चिकनगुनिया बीमारी ऐडीस इजिप्ती और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने से होती है। इस बार मुंबई में अक्टूबर महीने में भी बारिश (Rain) हुई है। ऐसे में मच्छरों को पन्नपने के लिए अनुकूल वातावरण मिला। 

    बीएमसी के मुताबिक, मॉनसून भर में उन्हें 30 मरीज चिकनगुनिया के मिले हैं, लेकिन निजी अस्पतालों के डॉक्टरों की माने तो सैंकड़ों लोग इस बीमारी की चपेट में इस वर्ष आए हैं। जबकि पिछले कुछ वर्षों में एक भी चिकनगुनिया के मामले देखने को नहीं मिलते थे। अतिरिक्त मनपा आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि इस वर्ष चिकनगुनिया की वापसी हुई है, इसके पिछले क्या कारण, वायरस के स्ट्रेन में बदलाव हुआ है क्या इसकी भी जांच करेंगे। 

    इस वर्ष मैंने जितने चिकनगुनिया के केसेस देखे उतना पिछले एक दशक में नहीं देखने को मिले हैं। अच्छी बात यह है कि मरीजों में बीमारी के सौम्य लक्षण है वरना आमतौर पर जो एक या दो केसेस देखते थे उनमें बीमारी की तीव्रता अधिक होती थी। सही समय पर जांच और इलाज से लोग रिकवर हो जाते हैं।

    -डॉ. मंजूषा अग्रवाल, वरिष्ठ कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, ग्लोबल अस्पताल

    चिकनगुनिया के लक्षण

    • हाथों और पैरों में चकत्ते बन जाते हैं।
    • शरीर के विभिन्न जोड़ों में दर्द होने लगता है जो व्यक्ति को कमजोर बना देती है।
    • यह कुछ दिनों तक चलता है या कईं हफ्तों तक भी चल सकता है।
    • मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और थकान का अनुभव होता है।
    • गम्भीर पीठ दर्द
    • अनिद्रा और निर्बलता भी शामिल है।