Dharavi

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  • पुनर्विकास प्लान मे नहीं कोई योजना 
  • स्थानीय लोगों मे बढ़ी नाराजगी
सय्यद जाहिद अली@नवभारत 
Masjid and Mandir of Dharavi: धारावी पुनर्विकास का मामला लगातार विवादों मे घिरता जा रहा है। अब धारावी की जनता को धार्मिक स्थल उजाड़े जाने शंका सता रही है। दरअसल धारावी के पुनर्विकास योजना में धार्मिक स्थलों के लिए कोई प्लान नहीं है। इस वजह से लोग निराशा और नाराज़गी व्यक्त कर रहे हैं। धारावी की जनता ने मुलुंड डंपिंग ग्राऊंड जाने के खिलाफ आवाज उठाई तो सरकार को निर्णय बदलकर मीठागर भेजने की योजना बनाई हालांकि जनता इसके भी खिलाफ है। अब धार्मिक स्थलों को लेकर जनता चिंतित है क्योंकि धार्मिक स्थलों को लेकर अभी तक कोई योजना नही बनाई गई है। 
 
क्या चाहती है धारावी की जनता 
मालुम हो कि धारावी पुनर्विकास का मामला हमेशा ही राजनीति का शिकार होता आया है, चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या शिवसेना की, अब जबकि देश और राज्य में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन की सरकार है, धारावी के विकास का ठेका अदानी समूह को दे दिया और तो और उसे टीडीआर और अन्य सुविधा दी गई है। उसके लिये सभी कानूनी अड़चनों को दूर किया जा रहा है। अदानी के लिये धारावी के अपात्र लोगों को पहले मुलुंड डंपिंग में रेंटल बेसिस पर बसाने की योजना बनाई गई। धारावी की जनता के साथ साथ मुलुंड की जनता ने भी विरोध करना शुरु कर दिया, तब धारावी के लोगों को मुंबई के साल्ट पैन की जगह पर बसाने के लिये केन्द्र सरकार से जगह हस्तांतरित करने के लिये पत्र लिखा, लेकिन जनता चाहती है की धारावी का पुनर्विकास हो और निवासियों को घर के बदले घर और दुकान के बदले दुकान दिया जाए, सभी को धारावी में ही बसाया जाए। 
 
    
कोई योजना नहीं
धार्मिक स्थलों के लिए धारावी के पुनर्विकास प्लान में फिलहाल कोई योजना नहीं है। इस वजह से लोगों मे नाराजगी है। धारावी मे धार्मिक स्थलों की भरमार है। क्योंकि यहां सभी धर्मों के सभी प्रांतों के लोग रहते हैं। अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार उन्होने अपने धार्मिक स्थलों को भी बनाया है। 
 
धारावी में धार्मिक स्थल  
1 विट्ठल मन्दिर   01
2 मन्दिर            64
3 मस्जिद           25
4 दरगाह           03
5 मदरसा           06
7 चर्च                06
8 बुद्ध विहार      05
 
उपरोक्त धार्मिक स्थलों की सूची धारावी पुलिस थाने मे मौजूद है। जबकि इनके अलावा भी कई धार्मिक स्थल हैं। इन धार्मिक स्थलों का क्या होगा। क्या इन धार्मिक स्थलों को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं बनाई गई है। कुंभार वाड़ा श्री राम मन्दिर के पुजारी स्वामी का कहना है कि ईश्वर कोई ना कोई मार्ग निकाल ही देंगे। इसलिये भक्तों को चिंता करने की जरुरत नहीं हैं। वहीं धारावी में दो कब्रिस्तांन है। कैलाश मुक्ति धाम के केयर टेकर दया कांबले का कहना है कि कब्रिस्तान महानगर पालिका की जमीन पर है। मनपा इसे कहीं दूर डाल देगी। 90 फीट स्थित अन्जुमन ताडवाडी कब्रिस्तान और मस्जिद के प्रमुख दीन मुहम्मद का कहना है कि धार्मिक स्थलों की धारावी में ही व्यवस्था होनी चाहिये। क्योंकि धारावी की जनता की आस्था इससे जुड़ी है। हमारे मदरसे और मस्जिदें कहीं नहीं जानी चाहिये। 
 
कृष्णा राजू चेत्टीयार (ट्रस्टी मरियम्मा मंदिर) कहते हैं, अदानी और राज्य सरकार यहां की जनता के साथ धोखा कर रही है, वो भगवान को भी नहीं छोड़ेगी क्योंकि अभी तक कोई सर्वे नहीं हुआ। कितने मंदिर हैं, कितनी मस्जिद हैं, बस मुलुंड भेजने या मीठागर भेजने की प्लानिंग कर रहे हैं। हमारे मंदिर हम कहीं जाने नहीं देंगे। मौलाना रज्जब अली (इमाम मदीना मस्जिद) कहते हैं, देश का माहौल खराब करके लोगों को डराया जा रहा है, लेकिन धारावी की जनता कहीं जाने वाली नहीं है। पहले हमारे धार्मिक स्थलों की व्यवस्था करनी होगी।