मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व आईजी (Former IG) शशिकांत एकनाथ शिंदे ने कांदिवली के हाई फाई इमारत चैलेंजर सोसायटी (Challengers Tower) के चेयरमैन, सेक्रेटरी, सिक्योरिटी मैनेजर के खिलाफ लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कराया है। दअरसल 10 मार्च रविवार को ठाकुर विलेज (Thakur Village) के चैलेंजर इमारत नम्बर 1 के लिफ्ट में शशिकांत शिंदे का 3.5 वर्षीय पोता (Grandson) आर्यव्रत और बेटा अजिंक्य करीब 41 मिनट तक ओटिस कम्पनी के लिफ्ट (Lift) में फंसे रहे। बेटे के रोने कि आवाज़ से घबराए शशिकांत ने बच्चे को निकालने की तमाम कोशिश की। करीब 41 मिनट का समय बीतने के बाद दूसरे सोसायटी के लिफ्ट मैन की मदद से बच्चे को निकाला गया।
शशिकांत ने बताया कि लिफ्ट में फसने के कारण उनके पोते की हालत खराब हो गई, उसका रो रो कर बुरा हाल हो गया था, बच्चे ने कई बार लिफ्ट में बंद होने के कारण उल्टी भी की। चैलेंजर इमारत में लगी ओटिस कंपनी की लिफ्ट पुरानी है, जिसकी देख रेख करने वाला कोई भी व्यक्ति घटना के समय मौजूद नहीं था। कंपनी के तमाम अधिकारियों को फोन करने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली।
शशिकांत ने कहा, सोसायटी के चेयरमैन, सेक्रेटरी, सिक्योरिटी मैनेजर यह सब लापरवाह है। आज मेरे बेटे और पोते की जान जाते-जाते बच्ची है। मेरी मांग है की ओटिस कंपनी के खिलाफ भी मामला दर्ज हो। पुलिस ने इस घटना के मामले में सोसायटी के चेयरमैन सुधीर खंडेलवाल, सेक्रेटरी शैलेंद्र मंडोवरा, सिक्योरिटी मैनेजर महेंद्र कांता जैसवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 287, 336, 337, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले में आगे की जांच पड़ताल कर रही है।