छगन भुजबल ने कहा- ओबीसी समाज पहली प्राथमिकता
नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और ओबीसी के कद्दावर नेता छगन भुजबल () ने आरक्षण विवाद को लेकर अपने तेवर कड़े कर दिए हैं। उन्होंने साफ़ तौर से कहा है कि अगर मेरे बयानों से सरकार को मुश्किल हो रही है तो वे अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। भुजबल ने कहा कि मेरे विरोधी मुझसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। मैंने अपने नेता अजित पवार को बता दिया है। जब भी आपको लगे कि मेरी वजह से दिक्कत हो रही है। आप बस एक संदेश भेजें दें। मेरा इस्तीफा तैयार है। मैंने अभी नहीं पहले भी जालना में ओबीसी की बैठक में कहा था कि मेरे लिए पहली प्राथमिकता ओबीसी समाज है। मेरे लिए विधायक व मंत्री पद बाद में आता है।
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और ओबीसी के कद्दावर नेता छगन भुजबल () ने आरक्षण विवाद को लेकर अपने तेवर कड़े कर दिए हैं। उन्होंने साफ़ तौर से कहा है कि अगर मेरे बयानों से सरकार को मुश्किल हो रही है तो वे अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। भुजबल ने कहा कि मेरे विरोधी मुझसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। मैंने अपने नेता अजित पवार को बता दिया है। जब भी आपको लगे कि मेरी वजह से दिक्कत हो रही है। आप बस एक संदेश भेजें दें। मेरा इस्तीफा तैयार है। मैंने अभी नहीं पहले भी जालना में ओबीसी की बैठक में कहा था कि मेरे लिए पहली प्राथमिकता ओबीसी समाज है। मेरे लिए विधायक व मंत्री पद बाद में आता है।
जरांगे लगातार कर रहे हैं हमला, संभाजी राजे ने की थी इस्तीफे की मांग
भुजबल के खिलाफ जहां मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल लगातार हमला कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज संभाजी राजे ने भुजबल को कैबिनेट से बाहर करने की मांग की है। मराठा समाज के नेता भुजबल के बयानों से काफी नाराज़ हैं। उनका मानना है कि मराठा आरक्षण की राह में भुजबल रोड़ा खड़ा कर रहे हैं।
भुजबल के खिलाफ जहां मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल लगातार हमला कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज संभाजी राजे ने भुजबल को कैबिनेट से बाहर करने की मांग की है। मराठा समाज के नेता भुजबल के बयानों से काफी नाराज़ हैं। उनका मानना है कि मराठा आरक्षण की राह में भुजबल रोड़ा खड़ा कर रहे हैं।
जरांगे पर साधा था निशाना
भुजबल मराठा समुदाय को तत्काल कुनबी प्रमाणपत्र दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। जबकि यह फैसला उनकी ही सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया है। 17 नवंबर को जालना में आयोजित ओबीसी सभा में भुजबल ने जरांगे पाटिल पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने यहां तक कहा था कि ससुराल की रोटी खाने वाले जरांगे उनके बारे में बोलने की हिम्मत न करें, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
भुजबल मराठा समुदाय को तत्काल कुनबी प्रमाणपत्र दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। जबकि यह फैसला उनकी ही सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया है। 17 नवंबर को जालना में आयोजित ओबीसी सभा में भुजबल ने जरांगे पाटिल पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने यहां तक कहा था कि ससुराल की रोटी खाने वाले जरांगे उनके बारे में बोलने की हिम्मत न करें, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
भुजबल को घर पर बिठा देंगे
जरांगे पाटिल ने भी भुजबल पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे ओबीसी नेता को घर बिठा देंगे। उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार से अपनी पार्टी के नेता पर लगाम लगाने के लिए कहा है। पाटिल ने कहा कि अगर भुजबल उन्हें निशाना बनाना जारी रखेंगे तो वह चुप नहीं बैठेंगे। हर सवाल का करारा जवाब दिया जाएगा।
जरांगे पाटिल ने भी भुजबल पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे ओबीसी नेता को घर बिठा देंगे। उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार से अपनी पार्टी के नेता पर लगाम लगाने के लिए कहा है। पाटिल ने कहा कि अगर भुजबल उन्हें निशाना बनाना जारी रखेंगे तो वह चुप नहीं बैठेंगे। हर सवाल का करारा जवाब दिया जाएगा।
भुजबल भी करें कानून का पालन
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस दोनों से एक ही बात कहना चाहता हूं कि सिर्फ हमें ही नहीं, छगन भुजबल को भी कानून का पालन करना चाहिए। ओबीसी नेता से कहें कि वे हमें नुकसान पहुंचाना बंद करें, नहीं तो इसके अच्छे परिणाम नहीं होंगे।
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस दोनों से एक ही बात कहना चाहता हूं कि सिर्फ हमें ही नहीं, छगन भुजबल को भी कानून का पालन करना चाहिए। ओबीसी नेता से कहें कि वे हमें नुकसान पहुंचाना बंद करें, नहीं तो इसके अच्छे परिणाम नहीं होंगे।
भुजबल के पीछे बीजेपी का बल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, नाना पटोले ने कहा, जिस तरह से आरक्षण को लेकर छगन भुजबल बयान दे रहे हैं, उससे साफ़ है कि इसके पीछे बीजेपी का बल है। मेरा साफ़ तौर से कहना है कि आरक्षण का विवाद बीजेपी सरकार द्वारा प्रायोजित है। इसे रोकने के लिए सरकार को खुद कदम उठाने की जरूरत है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, नाना पटोले ने कहा, जिस तरह से आरक्षण को लेकर छगन भुजबल बयान दे रहे हैं, उससे साफ़ है कि इसके पीछे बीजेपी का बल है। मेरा साफ़ तौर से कहना है कि आरक्षण का विवाद बीजेपी सरकार द्वारा प्रायोजित है। इसे रोकने के लिए सरकार को खुद कदम उठाने की जरूरत है।