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  • भुजबल की हुंकार, तुरंत हो जातिगत जनगणना
  • जालना के अम्बड़ तालुका में ओबीसी की महासभा
  • अम्बड़ ओबीसी महासभा में जुटे 5 लाख से ज्यादा लोग  

नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
जालना/ मुंबई:महाराष्ट्र में आरक्षण के मुद्दे को लेकर ओबीसी और मराठा के बीच महायुद्ध भड़क गया है। ओबीसी समाज के कद्दावर नेता व कैबिनेट मंत्री भुजबल शुक्रवार को जालना के अम्बड़ तालुका में आयोजित एक विशाल सभा में जम कर गरजे। उन्होंने कहा कि राज्य में ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए वे लड़ेंगे या मरेंगे। ओबीसी नेता ने कहा कि अगर हमारे आरक्षण के कोटे पर हाथ डाला गया तो इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भुजबल ने अपनी सरकार से तुरंत जातिगत जनगणना कराए जाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा होने से दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। अम्बड़ तालुका में आयोजित ओबीसी की एलगार सभा में करीब 5 लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी। 

कुनबी प्रमाण पत्र बांटना बंद करो
कैबिनेट मंत्री भुजबल ने अपनी ही सरकार से दो टूक अंदाज़ में कहा कि वे कुनबी का प्रमाण पत्र बांटना बंद करें। उन्होंने साफ़ तौर से कहा कि मराठों को आरक्षण देते समय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए मौजूदा आरक्षण में कटौती नहीं की जानी चाहिए। राकां नेता ने पूछा कि अचानक मराठों को कुणबी जाति से संबंधित दिखाने वाले कई रिकॉर्ड कैसे मिल रहे हैं। कुणबी सर्टिफिकेट मिलने पर ओबीसी की सुविधा मिल जाएगी। लेकिन क्या आप गलत सर्टिफिकेट देकर लोगों को गुमराह करेंगे। बीजेपी को याद रखना चाहिए कि 60 प्रतिशत ओबीसी उनके लिए मतदान करते हैं। 

पवार की तारीफ़
भुजबल ने अपने पुराने बॉस शरद पवार की तारीफ़ करते हुए कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मंडल आयोग को राज्य में लागू किया। मंडल आयोग को तत्कालीन पीएम वीपी सिंह ने स्वीकार किया और तब जाकर हमें 27 प्रतिशत आरक्षण मिला। कई लोग यह आरोप लगाते हैं कि ओबीसी को आरक्षण देकर हमें नुकसान पहुंचाया। लेकिन यह सही नहीं  है। 

जरांगे पर ज़ोरदार वार, ससुराल की रोटी नहीं तोड़ता 
छगन भुजबल ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर मनोज जरांगे पाटिल पर ज़ोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जरांगे कहता है कि मैं जेल में दो साल बेसन की रोटी खाकर आया हूं। यह सही है कि मैं आज भी दिवाली पर बेसन की रोटी खाता हूं। लेकिन मैं जरांगे पाटिल की तरह ससुराल की रोटी नहीं तोड़ता हूं। 

जरांगे के पीछे रोहित और टोपे
भुजबल ने दावा किया कि लाठीचार्ज की घटना के बाद रात 3 बजे राकां विधायक रोहित पवार और पूर्व मंत्री राजेश टोपे, मनोज जरांगे पाटिल के घर पहुंचे थे। फिर उसके बाद सुबह राकां अध्यक्ष शरद पवार पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि राकां अध्यक्ष को अगर यह सच बताया होता तो स्थिति अलग होती। भुजबल ने कहा कि शरद पवार साहेब एक बेहतरीन प्रशासक है, पर उनको पूरा सच नहीं बताया गया। 

पहले समाज, फिर पार्टी: वडेट्टीवार
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए पहले ओबीसी समाज जरूरी है, पार्टी बाद में आती है। उन्होंने कहा कि आज की सभा ऐतिहासिक है। हमनें अपनी ताकत दिखा दी है। अब कोई भी ओबीसी के अधिकारों पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं करेगा। वडेट्टीवार ने कहा कि हमारे लिए पद नहीं बल्कि समाज महत्वपूर्ण है। उन्होंने मराठा समाज पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कहते हैं कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी हमारी जमीन घटकर 20 एकड़ से 5 एकड़ रह गई है। लेकिन जिनके पास जमीन नहीं है क्या आप उनके बारे में विचार करते हैं कि उनका क्या होगा।

फिर… पूरा महाराष्ट्र जल उठेगा
बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर ने अपनी ही सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अगर ओबीसी समाज के आरक्षण के साथ छेड़छाड़ की गई तो पूरा महाराष्ट्र जल उठेगा। उन्होंने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को राजधर्म की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में न्याय करना होगा। 

माहौल खराब करने की कोशिश: जरांगे पाटिल
ओबीसी की सभा में लगाए गए आरोप के बाद मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि राज्य में माहौल को ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि किसी बंदर ने छगन भुजबल को मेरे बारे में गलत सूचना दे दी है कि मैं अपने ससुराल की रोटी तोड़ रहा हूं। लेकिन भुजबल लोगों के पैसे खाने के जुर्म में जेल गए थे। पाटिल ने कहा कि ओबीसी नेता समाज में दंगा कराने की कोशिश कर रहे हैं। पाटिल ने शुक्रवार दोपहर 3 बजे सांगली के तरुण भारत स्टेडियम में सभा को संबोधित किया। 

भुजबल की उम्र हो गई है
जरांगे पाटिल ने तंज कसते हुए कहा कि अब भुजबल की उम्र हो गई है। इसलिए वे बड़बड़ा रहे हैं। मराठों की एकता उनसे हजम नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि ओबीसी नेता अब निम्न स्तर पर उतर गए हैं। ऐसे में मैं अब उन्हें जवाब देना उचित नहीं समझता हूं।