MTHL

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मुंबई: मुंबई-नवी मुंबई (Mumbai-Navi Mumbai) के बीच निर्माणाधीन देश के सबसे लंबे सी ब्रिज मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) का विस्तार मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे (Mumbai-Pune Expressway) तक होगा। मुंबई-पुणे (Mumbai-Pune) के बीच की दूरी कम करने वाले इस कॉरिडोर के लिए एमएमआरडीए (MMRDA) ने निविदा जारी कर दी है। बताया गया कि इसका काम अक्टूबर तक शुरू कर दिया जाएगा और 2026 तक एमटीएचएल के आगे इस कनेक्टर को खोल दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले एमएमआरडीए की वार्षिक बजट बैठक में इस 7.35 किमी के इस लिंक-वे के लिए निधि की मंजूरी दी गई है। 3+3 लेन के इस कॉरिडोर को बनाने के लिए 1,352 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना से यात्रियों को बिना ट्रैफिक में फंसे दक्षिण मुंबई के वर्ली से सीधे पुणे पहुंचने में मदद मिलेगी।

चिरले तक एमटीएचएल

मुंबई के शिवड़ी से नवी मुंबई के चिरले तक एमटीएचएल का निर्माण तेजी से हो रहा है। एमएमआरडीए के अनुसार, एमटीएचएल का लगभग 93 प्रतिशत काम हो गया है। इस सी ब्रिज को दिसंबर 2023 तक शुरू करने का लक्ष्य है। इससे दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। एमटीएचएल नवी मुंबई में चिरले में उतरेगा, जो कि एक्सप्रेस-वे से सात किमी की दूरी पर है। पलास्पे फाटा तक लिंक-वे बना कर इसे पुणे एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा।

90 मिनट में पहुंचेगे पुणे

प्रस्तावित लिंक-वे कॉरिडोर बन जाने पर मुंबई से पुणे एक्सप्रेस-वे तक आसानी से 20-25 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। उसके बाद 60 से 70 मिनट में पुणे तक की यात्रा हो सकेगी। फ़िलहाल मुंबई से पुणे एक्सप्रेस-वे तक पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे लग जाते हैं। वाशी होते हुए यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।  मानसून के दौरान इस मार्ग पर और समस्या होती है। विस्तार के बाद यात्रा के समय में एक घंटे से अधिक की बचत होगी।

सबसे बड़ा समुद्री ब्रिज

एमएमआरडीए समुद्र के ऊपर 21.8 किमी का देश का सबसे बड़ा पुल का बना रहा है। मुंबई की तरफ शिवडी को नवी मुंबई की तरफ चिरले को जोड़ने वाली लगभग 18,000 करोड़ रुपए की एमटीएचएल निर्माणाधीन है। यह बहुउद्देश्यीय परियोजना जापान सरकार की वित्तीय संस्था जेआईसीए की मदद से कार्यान्वित हो रही है। एमटीएचएल का काम दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। एक बार शुरू हो जाने पर रोजाना 70 हजार वाहन इस ब्रिज पर दौड़ेंगे।