एकनाथ शिंदे सरकार देगी इंफ्रा परियोजनाओं को गति, मिशन मोड पर मेट्रो, बुलेट ट्रेन का काम

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    मुंबई: राज्य में सरकार बदलने के साथ विभिन्न इंफ्रा परियोजनाओं (Infra Projects) के जोर पकड़ने की संभावना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने कहा है कि संसाधनों के विकास के लिए मुंबई (Mumbai)सहित राज्य भर में चल रहे प्रोजेक्ट्स को गति दी जाएगी। विशेषकर मुम्बई एमएमआर में लगभग 300 किमी की मेट्रो सहित कई अन्य महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रहीं हैं।

    उल्लेखनीय है कि पिछले ढाई वर्षों में केंद्र और राज्य में अलग-अलग सरकार होने के कारण मेट्रो, बुलेट ट्रेन के साथ एमआररवीसी की परियोजनाओं पर असर हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि अब राज्य में बीजेपी के सहयोग से नई सरकार आने पर बेहतर समन्वय हो सकेगा और रुकी हुई परियोजनाओं मिशन मोड पर पुरा किया जाएगा। 

    इन प्रोजेक्ट को मिलेगी गति

    मुंबई-एमएमआर में कई मेट्रो के साथ मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल), विरार-अलीबाग मल्टी-मॉडल कॉरिडोर, मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन), नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, समृद्धि एक्सप्रेस-वे जैसी कई महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं चल रहीं हैं। शिंदे सरकार केंद्र की मदद से इन प्रोजेक्ट्स को गति दे सकेगी।

    2023 तक 130 किमी मेट्रो 

    एमएमआरडीए के माध्यम से एमएमआर में लगभग 300 किमी का मेट्रो  नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। बताया गया कि नई सरकार वर्ष 2023 तक 130 किलोमीटर मेट्रो लाइन की शुरुआत करना चाहेगी। इसके संकेत उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि मेट्रो-3 जल्द शुरू करना है तो उसका कारशेड आरे में ही बनाना होगा। इसके अलावा मेट्रो 2 ए एवं 7 दोनों चरण अक्टूबर तक शुरू होंगे। नवी मुंबई और ठाणे में भी मेट्रो के काम को गति मिलेगी। ठाणे-भिवंडी-कल्याण, ओशिवरा-कांजुरमार्ग आदि मेट्रो काम की प्रगति तेज होने की सम्भावना है। मेट्रो-3 का काम लगभग 90 प्रतिशत हो गया है।

    एमटीएचल का काम 75 प्रतिशत

    मुंबई से नवी मुंबई के साथ उरण-पनवेल को जोड़ने वाले बहुउद्देशीय मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक का काम लगभग 75 प्रतिशत हो गया है। इसे आगे मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाइवे से जोड़ने की योजना है। ट्रांसहार्बर लिंक पर 6 लेन का ब्रिज शिवडी से नवाशेवा तक बनाया जा रहा है। इसके साथ नवी मुंबई साइड से चिरले से एनएच 4 बी पर 16.5 किमी लंबा समुद्री ब्रिज तैयार हो रहा है। कुल 22 किमी लंबे एमटीएचएल को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसी तरह एमटीएचएल को वर्ली-शिवडी कनेक्टर से जोड़ने का काम भी शुरू है। 

    रेल परियोजनाओं को गति 

    मुंबई एवं उपनगरों में रेलवे संसाधनों पर कार्यरत एमारवीसी की परियोजनाओं में तेजी आएगी। उल्लेखनीय है कि एमयूटीपी 2, 3 और 3 ए के तहत कई रेल परियोजनाएं हैं, जिनमें केंद्र और राज्य की 50-50 प्रतिशत की भागीदारी है। कुछ रेल परियोजना में राज्य सरकार के साथ सिडको और एमएमआरडीए का भी हिस्सा है। अब तक केंद्र और राज्य के बीच समन्वय न होने से इन योजनाओं पर असर पड़ रहा था। एमआरवीसी ने भी निधि न मिलने की शिकायत की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव को लक्ष्य मानते हुए केंद्र और राज्य सरकार इसे जल्द पूरा करने पर जोर देगी।

    बुलेट ट्रेन को रफ़्तार 

    शिंदे-देवेंद्र की सरकार बनने से राज्य में बुलेट ट्रेन परियोजना को रफ़्तार मिल गई है। अब तक जमीन अधिग्रहण न हो पाने से एनएचएसआरसीएल की तरफ से काम ही शुरू नहीं हो पाया था। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अब बीकेसी में बुलेट ट्रेन के भूमिगत टर्मिनस के निर्माण के लिए भी जमीन तत्काल मिलने का रास्ता खुल गया है। पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का काम गुजरात में फुल स्पीड में है। अब महाराष्ट्र में भी सरकार बदलने से मुंबई से बुलेट ट्रेन का काम रफ़्तार पकड़ेगा।