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    मुंबई: पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को रफ़्तार (Speed) मिलने वाली है। राज्य में सरकार बदलने के साथ बुलेट ट्रेन की मौजूदा कार्य स्थिति में परिवर्तन होने वाला है। उल्लेखनीय है कि ढाई साल पहले एमवीए सरकार (MVA Govt.) बनने के साथ राज्य में बुलेट ट्रेन पर भी ब्रेक लग गया था। 

    शिवसेना पार्टी प्रमुख और तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे ने इसकी उपयोगिता पर ही सवाल उठा दिया था, जिसके चलते भूमि अधिग्रहण ही रुक गया था। अब नई सरकार आने के बाद महाराष्ट्र में फिर से बुलेट ट्रेन का काम आगे बढ़ेगा।

    PM मोदी की हो रही थी किरकिरी

    मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर जापान सरकार के सहयोग से कार्य हो रहा है। राज्य में काम रुकने से अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पीएम मोदी की भी किरकिरी हो रही थी। जानकारों का मानना है कि मोदी स्वयं चाहते थे कि राज्य में सरकार बदले और बुलेट ट्रेन का काम आगे बढ़ सके क्योंकि मोदी के गृहराज्य गुजरात में बुलेट ट्रेन का काम तेजी से चल रहा था और महाराष्ट्र में पूरी तरह रुका हुआ था।

    राज्य को देना था 5 हजार करोड़

    मुंबई से शुरू होने वाली बुलेट ट्रेन के लिए राज्य सरकार को 5 हजार करोड़ देना था। एनएचआरसीएल के अनुसार, गुजरात ने तो अपने हिस्से की राशि अदा कर दी, परंतु महाराष्ट्र सरकार से कोई मदद नहीं मिली। अब नई सरकार बनने के बाद राज्य सरकार से मदद मिल सकेगी। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स की जमीन भी मिल जाएगी। 

    यह है स्थिति

    महाराष्ट्र में 433.42 हेक्टेयर भूमि में से मात्र 275.69 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो सका है, जबकि गुजरात और दादरा नगर हवेली में लगभग 100 फीसदी जमीन का अधिग्रहण हुआ है। महाराष्ट्र, गुजरात और दादरा नगर हवेली राज्यों में कुल 1225.83 हेक्टेयर भूमि एनएचआरसीएल को हस्तांतरित की गई है।

    काम होगा तेज

    गुजरात में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। लगभग शत प्रतिशत जमीन अधिग्रहण के साथ एलिवेटेड कार्य शुरू है। नदियों पर पुल बनाए जा रहे हैं। यहां तक पटरियां बिछाने का काम भी शुरू किया गया है। महाराष्ट्र में भी जमीन अधिग्रहण के साथ जल्द काम शुरू हो सकेगा। पता चला है कि जल्द ही एकनाथ शिंदे सरकार इस पर निर्णय लेने वाली है।

    1.08 लाख करोड़ की थी परियोजना 

    एनएचआरसीएल के अधिकारियों के अनुसार, शुरू में यह परियोजना 1.08 लाख करोड़ थी, परन्तु देरी के साथ अब लागत बढ़ जाएगी। 508.17 किलोमीटर के इस प्रॉजेक्ट में 384.04 किलोमीटर हिस्सा गुजरात में, 155.76 किलोमीटर का हिस्सा महाराष्ट्र में और 4.3 किलोमीटर का हिस्सा दादरा नगर हवेली में है। बुलेट ट्रेन के रास्ते में 12 स्टेशन होंगे, जिनमें से 8 गुजरात में, 4 स्टेशन महाराष्ट्र में बनने हैं। गुजरात में ट्रेन एलिवेटिड, वहीं महाराष्ट्र में अंडर ग्राउंड चलेगी। इसमें देरी होने से अब लागत भी बढ़ने वाली है।