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    -सूरज पांडे

    मुंबई: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (New Variants Omicron) ने बच्चों और उनके अभिभावक में डर बढ़ा दिया है। जिस तेजी से यह वायरस बढ़ रहा है, ऐसे में अभिभावक नए वर्ष (New Year) में अपने बच्चों को स्कूल (School) भेजने का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं। दूसरी ओर सरकार भी वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लॉकडॉउन (Lockdown) का निर्णय ले सकती है, ऐसे में स्कूल अगले 3 जनवरी से खुलेंगे या बंद रहेंगे इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है।

    ओमीक्रोन अब विदेश से आने वाले यात्रियों तक सीमित नहीं रह गया है। वायरस का यह नया वेरिएंट अब मुंबईकरों के शरीर में प्रवेश कर गया है। मुंबई में दोगुनी तेजी से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में जिन अभिभावकों के बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं उनकी चिंता में भी उतनी ही तेजी से इजाफा हो रहा है। फिलहाल सरकार ने स्कूल बंद करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन आगामी एक या दो दिन में सरकार कुछ बड़े निर्णय ले सकती है।  

    मुंबई में एक दिन में कोविड केसेस डबल हो रहे 

    पेरेंट्स टीचर्स एसोसिएशन (पीटीए) की अध्यक्ष अरुंधति चव्हाण ने कहा कि मुंबई में एक दिन में कोविड केसेस डबल हो रहे हैं। पहली और दूसरी लहर से भी तेजी से यह वायरस फैल रहा है, ऐसे में कौन अभिभावक अपने बच्चों के जान को जोखिम में डाल कर स्कूल भेजेगा। 3 जनवरी से स्कूल शुरू होने को है, ऐसे में बहुत कम ही अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे। मेरी सरकार से अपील है कि वो मौजूदा परिस्थिति को देख स्कूल खोलने या न खोलने का निर्णय ले, वैसे भी बच्चों ने पूरे साल ऑनलाइन शिक्षा ली है।  शिक्षा विभाग के सूत्रों की माने तो आने वाले दो दिनों में स्कूल बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है।

    कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमारा स्टैंड यह है कि ऑफलाइन पढ़ाई बंद करना चाहिए। यदि एक बच्चा भी संक्रमित हुआ तो दिक्कत काफी बढ़ जाएगी। इसलिए स्कूल बंद करना ही ठीक होगा।

    -संजय डावरे, अध्यक्ष, मुंबई प्रिंसिपल एसोसिएशन

    वर्तमान परिस्थिति में स्कूल शुरू करना मतलब बच्चों की जान खतरे में डालने जैसे है। पिछले 3 दिनों से कोविड के आंकड़े बढ़ रहे हैं। यह ट्रेंड ऐसा ही रहा तो आनेवाले 10 दिन में मुंबई में रोजाना 15 हजार मरीज मिले सकते हैं। ऐसे में सरकार को 26 जनवरी तक स्कूल बंद ही रखना चाहिए।

    -सुभाष मोरे, कार्याध्यक्ष, शिक्षक भारती संघ

    जंबो कोविड केंद्र में किशोरों का टीकाकरण

    बीएमसी ने अब 15 से 18 आयु वर्ग के किशोरों का टीकाकरण जंबो कोविड केंद्र में करने का निर्णय लिया है। इसके लिए शनिवार से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएगा। मुंबई के 9 जंबो कोविड केंद्र में स्कूली बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा, और इसके बाद कॉलेज में भी कैंप लगाकर टीकाकरण करने की योजना पर काम किया जा रहा है। मुंबई में इस आयु वर्ग के कुल 9 लाख लाभार्ती हैं।

    डेली 4,500 का लक्ष्य

    मुंबई के 9 जंबो कोविड टीकाकरण केंद्र में रोजाना 4,500 किशोरों के टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक केंद्र में 500 किशोरों का टीकाकरण किया जाएगा, जिसके लिए प्रत्येक केंद्र में अलग से 5 बूथ बनाए गए हैं।

    स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने हाल ही में कहा कि विद्यार्थियों को स्कूल से टीकाकरण केंद्र ले जाकर टीकाकरण करने पर चर्चा है, लेकिन अभिभावकों के बिना कंसेंट के कैसे टीकाकरण हो सकता है, अभिभावक इसके लिए तैयार नहीं है। बच्चों को कुछ भी स्वास्थ्य समस्या हुई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ? इसलिए सरकार कंसेंट ले और अभिभावकों की उपस्थिति में उनके बच्चों का टीकाकरण करें।

    -अरुंधति चव्हाण, अध्यक्ष, पेरेंट्स टीचर्स एसोसिएशन