Mumbai Metro-3

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मुंबई: मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों (Underground Metro Stations) का काम तेजी से चल रहा है। अंडरग्राउंड मेट्रो-3 (Underground Metro-3) के पहले चरण को दिसंबर 2023 तक शुरू करने का लक्ष्य है। जापान सरकार (Japan Govt.) के वित्तीय सहयोग से शुरू मेट्रो-3 (Metro-3) का पहला चरण लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। वैसे इस मेट्रो का प्लेटफॉर्म भी अन्य मेट्रो से अलग होगा। मेट्रो-3 के रूट पर आईलैंड प्लेटफॉर्म (Island Platforms) का निर्माण हो रहा है। इस तरह ट्रेन के दोनों तरफ प्लेटफ़ॉर्म होंगे, ताकि ज्यादा भीड़ न हो और यात्री दोनों तरफ से आसानी से उतर सकें।

मेट्रो-3 लाइन के 26 स्टेशनों की एक और विशेषता यह है कि वे पारंपरिक स्टेशनों की तुलना में आकार में बड़े होंगे। मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसी) की एमडी अश्विनी भिडे के अनुसार, प्रत्येक स्टेशन पर लगभग 20,000 वर्ग मीटर जगह बनाई गई है। इस तरह लगभग 17 लाख यात्री प्रतिदिन इस लाइन का प्रयोग करेंगे। 

होंगी ये सुविधाएं

आईलैंड प्लेटफॉर्म दो मेट्रो पटरियों के बीच बने हैं। एस्केलेटर, लिफ्ट, दुकानें, शौचालय और प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं होंगी। इससे एक तरफ भीड़ ज्यादा नहीं होगी। यात्री दोनों तरफ से उतर और चढ़ सकेंगे। आईलैंड प्लेटफॉर्म नवी मुंबई के ट्रांसहार्बर लोकल लाइन पर भी है। आईलैंड प्लेटफॉर्म भीड़ को रोकता है, क्योंकि इस प्लेटफॉर्म का उपयोग किसी भी दिशा में चलने वाली ट्रेनों के लिए किया जाता है। इसके रखरखाव की लागत भी कम आती है।

33.50 किमी लंबा मेट्रो रूट

कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज तक लगभग 33.50 किमी लंबी अंडर ग्राउंड मेट्रो-3 में 26 भूमिगत स्टेशन हैं और एक आरे में ग्रेड स्टेशन है। भूमिगत स्टेशन जमीनी स्तर से 18 मीटर से 25 मीटर नीचे विकसित किए गए हैं जिनमें सेंट्रल एयर कंडीशनिंग प्लांट होंगे। बताया गया कि आरे मेट्रो स्टेशन को छोड़कर, पहले चरण के सभी 9 स्टेशनों पर सिविल कार्य 90 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है। सिस्टम का काम भी 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। एमएमआरसी के मुताबिक, सभी स्टेशन 250 मीटर लंबे और 22 मीटर चौड़े हैं। 8 कोच वाली ट्रेन को समायोजित करने के लिए इन स्टेशनों के प्लेटफॉर्म 180 मीटर लंबे बनाए गए हैं। एमएमआरसी का लक्ष्य इस साल दिसंबर तक बीकेसी से आरे तक मेट्रो-3 का फेज-1 शुरू करना है।