Protest planning against CAA in Mumbai

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई: देशभर में सीएए (CAA) लागू किए जाने से मुसलमानों (Muslims) में खासी नाराजगी और आक्रोश देखा जा रहा रहा है। मुंबई (Mumbai) में उलेमाओं ने इसे देश के मुसलमानों के खिलाफ़ साजिश करार दिया है। वहीं कुछ लोग आंदोलन (Protest) की रणनीति (Plan) में लग गए हैं। 
   
केंद्र सरकार ने अपने घोषणा पत्र में देश में समान नागरिक संहिता लागू करने और एक देश एक कानून का वादा किया था। इसको लेकर 5 साल पहले सीएए लागू करने की घोषणा की थी तब देश भर में कई राज्यों में इसके खिलाफ आंदोलन हुए थे। दिल्ली के शाहीन बाग में महीनों लोग धरने पर बैठे रहे, वहीं मुंबई के ग्रांट रोड स्थित दो टाकी और दूसरे इलाकों में भी लोग धरने पर बैठे रहे, आखिरकार सीएए को लागू नहीं किया जा सका, लेकिन सरकार ने इसे लागू करने की बात कही थी। कुछ दिनों पहले गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के पहले सीएए लागू करने की बात दोहराई थी। अन्ततः 11 मार्च को इसे लागू कर दिया गया। 
 
 
मुसलमानों के खिलाफ साज़िश 
मुंबई की मुस्लिम संस्था रज़ा अकादमी के प्रमुख महासचिव मुहम्मद सईद नूरी ने इसे मुसलमानों के खिलाफ साजिश बताया। नूरी ने कहा कि सीएए लागू करने के पीछे केन्द्र की भाजपा सरकार की मुसलमानों के खिलाफ घिनौनी साजिश है, वो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की दिशा मे काम कर रही है, लेकिन ऐसा नामुमकिन होगा। 
 
वोट बैंक बढ़ाना चाहती है सरकार 
दहिसर जामा मस्जिद और मदरसा के नाजिम मौलाना शम्सुल हक का कहना है कि वो दूसरे देशों से भारत आए शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देकर अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है। उन्हे वोट का अधिकार दिया जायेगा। जबकि यहां के मुसलमान जो उसके वोटर नहीं हैं उनकी नागरिकता समाप्त की जायेगी। उन्हे दूसरे दर्जे का नागरिक बनाना चाहती है। 
 
आंदोलन की तैयारी 
दूसरी तरफ इंडियन मुस्लिम फ़ोर सेक्युलर डेमोक्रेसी के पदाधिकारी जिन्होंने कानून के खिलाफ आन्दोलन किया था, अभी कुछ कहने की स्थिति मे नहीं है। इंडियन मुस्लिम फ़ॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी के प्रमुख फिरोज मिठीबोरवाला का कहना है कि रमजान का महीना शुरु हुआ है, हम लोगों से बात कर रहे हैं, जल्द ही सीएए के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेंगे, जल्द ही हमारी मिटिंग होगी, जिसमे आंदोलन की भूमिका तय की जायेगी।