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मुंबई: मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट-3 ए (Mumbai Urban Transport Project-3A) के तहत शुरू उपनगरीय रेल परियोजना (Suburban Rail Project) के लिए महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) की ओर से एमएमआरडीए (MMRDA) ने 100 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। हाल ही में एमआरवीसी (MRVC) सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य सरकार की ओर से की गई समीक्षा बैठक के बाद 100 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई। मुंबई रेल विकास निगम  के अनुसार, मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपए जारी किए हैं। 

मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (एमयूटीपी)-3 ए की घोषणा 2019 में की गई थी। इसके तहत मुंबई में उपनगरीय यातायात की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ मौजूदा प्रणाली में सुधार का लक्ष्य है। चरणबद्ध तरीके से चलने वाली इस परियोजना को रेल मंत्रालय और राज्य सरकार के 50:50 लागत-साझाकरण के आधार पर वित्त पोषित किया जा रहा है, जिसकी कुल अनुमानित लागत 33,690 करोड़ रुपए है। रेलवे पहले ही परियोजना पर 300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर चुका है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा समय पर अपना हिस्सा जारी न करने से परियोजना की गति प्रभावित हुई। हालांकि अब पहली खेप एमयूटीपी-3 ए के चल रहे काम में निश्चित रूप से तेजी आएगी। 

बोरीवली-विरार 5 वीं 6ठी लाइन सहित कई प्रोजेक्ट 

एमएमवीसी के अध्यक्ष और एमडी सुभाष चंद गुप्ता के मार्गदर्शन में  एमयूटीपी III और 3 ए दोनों के तहत विभिन्न परियोजनाओं के लिए काम हो रहा है। एमयूटीपी-3 ए में बोरीवली और विरार के बीच 5वीं और 6वीं लाइन, कल्याण और बदलापुर के बीच 3 री और 4 थी लाइन, स्टेशन सुधार, संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली, रोलिंग स्टॉक की खरीद, कल्याण रेलवे यार्ड की रीमॉडेलिंग आदि शामिल है। बोरीवली और विरार के बीच 5वीं और 6 वीं लाइन का उद्देश्य उपनगरीय कॉरिडोर को लंबी दूरी की ट्रेन आवाजाही से अलग करना है और इसके पूरा होने के बाद, बोरीवली और विरार के बीच उपनगरीय ट्रेन संचालन के लिए अलग कॉरिडोर उपलब्ध होगा। वर्तमान में, इस खंड में चार लाइनें हैं, और इस परियोजना की स्वीकृत लागत 2,184 करोड़ रुपए है। इसे मार्च 2026 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है। इसी तरह कल्याण और बदलापुर के बीच तीसरी और चौथी लाइन का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। इस रूट पर 4 रोड ओवर ब्रिज और 44 अन्य ब्रिज (50 में से) के सामान्य डिजाइन को मध्य रेलवे द्वारा अनुमोदित किया गया है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 1,509।87 करोड़ रुपये है और इसे भी मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

सीटीबीटी प्रणाली

एमयूटीपी 3 ए के तहत संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीटीबीटी ) परियोजना से दो ट्रेनों के बीच गति को नियंत्रित कर परिचालन में महत्त्वपूर्ण सुधार किया जाएगा। इससे  एक ही ट्रैक पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त ट्रेनों की शुरुआत भी हो सकेगी। एमआरवीसी इस बहुउद्देश्यीय परियोजना पर काम कर रहा है। इसकी स्वीकृत लागत 5,928.33 करोड़ रुपए है, जिसका लक्ष्य दिसंबर 2026 को पूरा करना है। इसके अलावा स्टेशन सुधार परियोजना के तहत उपनगरीय खंड के 18 स्टेशनों का सुधार किया जाएगा। सेंट्रल और वेस्टर्न के सभी 18 स्टेशनों के लिए  डिजाइन तैयार कर 17 स्टेशनों के डिजाइन को मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा पांच स्टेशनों के लिए भी ठेके दिए जा चुके हैं, जबकि शेष स्टेशनों के लिए निविदा प्रक्रिया जारी हैं।

191 एसी लोकल 

रोलिंग स्टॉक खरीद परियोजना के तहत लोकल रेल नेटवर्क के लिए 12 डिब्बों की 191 एसी लोकल ट्रेनों की खरीद चरणबद्ध तरीके से किए जाने की योजना है। इनमें मध्य और वेस्टर्न रेलवे को अब तक 11 एसी रेक मिले हैं।