Tripura Assembly Elections 2023
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    मुंबई: राज्यसभा (Rajya Sabha Elections) और विधान परिषद चुनाव (MLC Elections ) के बाद महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश और कर्नाटक की तर्ज पर पर ऑपरेशन लोटस शुरु है। राज्य के सार्वजनिक निर्माण और नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में शिवसेना (Shiv Sena) के लगभग 25 से अधिक विधायक गुजरात के सूरत (Surat) में एक होटल में ठहरे हुए हैं। 

    एकनाथ शिंदे की शिवसेना अध्यक्ष और पार्टी के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दूत मिलिंद नार्वेकर और बीजेपी नेताओं से चर्चा हुई है। महाराष्ट्र के सभी राजनीतिक घटनाक्रम पर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व नजर रखे हुए हैं। पार्टी नेतृत्व की तरफ से ऑपरेशन की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को दी गयी है।

    बागी विधायकों की संख्या बढ़ाने पर जोर 

    सोमवार को विधान परिषद चुनाव की वोटिंग के बाद एकनाथ शिंदे के समर्थक उनसे मिले और सभी को गुजरात के सूरत शहर में स्थित होटल ली मेरिडियन में जाने का निर्देश दिया गया।  विधानसभा में शिवसेना के 55 विधायक हैं। दलबदल विरोधी कानून से बचने के लिए एक साथ शिंदे को दो तिहाई विधायक चाहिए तभी अलग गुट को मान्यता मिल सकती है। इसका मतलब शिंदे को 37 शिवसेना विधायकों की जरुरत है। एकनाथ शिंदे के साथ अभी कितने विधायक हैं इसकी सही जानकारी नहीं है, लेकिन शिंदे गुट 37 से अधिक विधायकों को अपने पाले में करने का प्रयास कर रहा  है। शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के समर्थन से राज्य में एक बार  फिर देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बन सकती है।

    इस्तीफे के पर्याय पर भी विचार 

    राज विधान सभा में कुल 287 विधायक हैं। विधान परिषद के चुनाव में एनसीपी के अनिल देशमुख और नवाब मलिक के जेल में होने की वजह से उनको वोट देने की अनुमति नहीं मिली थी। बीजेपी सभी उम्मीदवारों को 134 विधायकों ने वोट दिया है। जिससे अभी भी आघाड़ी के समर्थन में 152 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बगावत करने वाले विधायक यदि इस्तीफा दे देते हैं। तो विधान सभा में विधायकों की संख्या कम हो जाएगी। फ्लोर टेस्ट में सरकार के बहुमत खोने के बाद बीजेपी सरकार बना सकती है। विधायकों के इस्तीफे के बाद उप चुनाव कराए जाएंगे। इस्तीफा देने वाले विधायकों को जिताने का प्रयास किया जाएगा। जो विधायक जीत नहीं पाएंगे। उन्हें विधान परिषद का सदस्य सहित अन्य पद दिए जा सकते हैं।

    कैलाश पाटिल ने छोड़ा शिंदे का साथ 

    उधर, शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे का साथ उस्मानाबाद के विधायक कैलाश पाटिल ने छोड़ दिया। वे गुजरात की सीमा से ट्रक के जरिए मुंबई पहुंचे और शिवसेना की बैठकों में शामिल हुए। पाटिल के मुताबिक, सभी विधायकों को पिकनिक चलने के लिए कहा गया था, लेकिन वे जब उन्हें मालूम पड़ा की  यह उद्धव ठाकरे सरकार गिराने का प्लान है तो वे पेसाब करने के बहाने सभी से अलग हो गए। कुछ दूर पैदल चले फिर मोटरसाइकिल का लिफ्ट लिया। गुजरात की सीमा से ट्रक के जरिए वे मुंबई पहुंचे। पाटिल के दावे के मुताबिक, ज्यादातर विधायकों को यह नहीं मालुम था कि उन्हें क्यों और कहां लाया जा रहा था। इसके पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया था कि कई विधायकों को होटल में जबरदस्ती रोका गया है।

    विधानसभा में संख्या बल 

    • बीजेपी:  106 
    • शिवसेना:  55 
    • एनसीपी:       53 
    • कांग्रेस:     44 
    • बविआ:        3 
    • सपा:            2 
    • एमआईएम:    2 
    • जनशक्ति पार्टी:  2 
    • निर्दलीय और छोटे दल:  20