शिवसेना का चुनावी बजट !, 3 फरवरी को स्थायी समिति में बजट पेश करेगा प्रशासन

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    मुंबई: मुंबई महानगरपालिका चुनाव (Mumbai Municipal Elections) की तारीख आगे खिसकने से मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए शिवसेना (Shiv Sena) को एक और अवसर मिल गया है। शिवसेना महानगरपालिका बजट (BMC Budget) लोक लुभावन बनाने की कोशिश कर रही है। महानगरपालिका बजट में नए टैक्स (New Tax) लगाने और पुराने टैक्सों में बढ़ोत्तरी की संभावना कम है। वर्ष 2022-23 का बजट महानगरपालिका कमिश्नर आईएस चहल 3 फरवरी को स्थायी समिति (Standing Committee) में पेश करेंगे। जिस पर शहर के नागरिकों की निगाहें लगी हुई हैं।

    शिवसेना सूत्रों के मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए बजट में स्वास्थ्य सेवाओं पर फोकस रहेगा। वर्ष 2021-22 का बजट 39 हजार 38 करोड़ रुपए का था जिसको देखते हुए इस बार यह  40 हजार करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है।  सरकार ने हाल ही में मुंबई में 500 वर्गफुट तक के घरों का संपूर्ण प्रॉपर्टी टैक्स माफ करने का निर्णय लिया है। इसका असर भी बजट में देखने को मिलेगा। 

    हो सकती है लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा 

    प्रशासन की तरफ से लोकलुभावनी योजनाओं की घोषणा हो सकती है।  अस्पतालों, इमारतों में लग रही आग की घटना रोकने, भूस्खलन सहित घरों के गिरने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए बजट में इसे रोकने के लिए विशेष उपाय का प्रावधान हो सकता है।  8 मार्च को बीएमसी का मौजूदा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। स्थायी समिति की मंजूरी मिलने के बाद बजट को मंजूरी देने के लिए अगली महानगरपालिका का इंतजार करना पड़ेगा। चुनाव यदि आगे बढे़गा तो  तो दूसरी  प्रक्रिया अपनानी पड़ेगी।  

    बजट में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष प्रावधान की उम्मीद 

    मार्च 2020 से कोरोना संकट का सामना कर रही मुंबई के लिए बजट में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष प्रावधान की उम्मीद है। दवाखाने का विस्तार के साथ उपनगरीय इलाकों में अस्पतालों के विस्तार और आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा सकता है। इसी तरह मुलुंड स्थित अग्रवाल, विक्रोली स्थित महात्मा फुले अस्पताल, गोवंडी के शताब्दी हॉस्पिटल के विस्तार पर बजट में विशेष प्रावधान किया जा सकता है।