Vijay Shivtare Baramati Fight

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मुंबई: पवार परिवार के गढ़ बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सीएम शिंदे गुट के पूर्व विधायक विजय शिवतारे के बीच छिड़ी जंग शांत हो गई है। सीएम शिंदे और दोनों डिप्टी सीएम ने विजय शिवतारे के साथ की बैठक की। मुंबई में देर रात हुई मीटिंग के बाद आखिरकार बागी तेवर दिखाने वाले शिवतारे पीछे हट गए है। इससे बारामती लोकसभा सीट को लेकर जारी महायुति गठबंधन की शिवसेना और एनसीपी अजित पवार खेमे में मतभेद लगभग सुलझ गया है।

शिवतारे ने दी थी चेतावनी
दरअसल शिंदे गुट के पूर्व विधायक विजय शिवतारे ने अजित पवार पर आरोप लगाते हुए बारामती सीट से उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार के खिलाफ नामांकन दाखिल करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अजित पवार अहंकारी हैं। महायुती में बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर सीएम शिंदे को बारामती विवाद को सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई थी। सीएम एवं दोनों डिप्टी सीएम ने शिवतारे को सामने बिठा कर मामला सुलझाने का फैसला किया।

फंड देने का वादा
पता चला है कि तीनों नेताओं ने शिवतारे से उनके निर्वाचन क्षेत्र में लंबित लगभग 11 विकास परियोजनाओं को फंड देकर गति देने का वादा किया है। सीएम के आवास वर्षा बंगले पर इन नेताओं की करीब डेढ़ घंटे तक बैठक हुई। दरअसल शिवतारे ने अजित पर गुंजवनी बांध से जलापूर्ति के लिए 25 करोड़ का फंड जानबुझ कर न देने का आरोप लगाया था। विजय शिवतारे अजित पवार के विरोधी माने जाते हैं। शिवतारे पहली बार 2009 में पुरंदर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना की टिकट पर विधायक बने थे। 2014 में वह फिर एक बार विधानसभा पहुंचे और जल संसाधन राज्य मंत्री बने। उस दौरान अजित पवार और उनके बीच बहुत खींचतान हुई।