
मुंबई: पिछले कई दिनों से ईंधन (Fuel) की कीमतों (Prices) में हो रहे लगातार इजाफे की वजह से एसटी (ST) का घाटा भी तेजी से बढ़ रहा है। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अगले कुछ दिनों में दरों में बढ़ोतरी जारी रहती है, तो एसटी को अप्रैल में लगभग 100 करोड़ रुपए का भुगतान करना होगा। उल्लेखनीय है कि एक तरफ कर्मचारियों की हड़ताल (Strike) का निगम पर गहरा असर पड़ा है, दूसरी तरफ डीजल (Diesel) के दामों में बढ़ोतरी से निगम की कमर टूट जाएगी।
एसटी कर्मचारियों की हड़ताल पिछले 155 दिनों से जारी है। इस हड़ताल से एसटी निगम को करीब ढाई हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। निगम कर्मचारियों से हड़ताल खत्म करने की बार-बार अपील कर रहा है, फिर भी स्थिति जस की तस है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कॉरपोरेशन का कुल घाटा 12,000 करोड़ के ऊपर पहुंच चुका है।
चल रहीं 5 हजार बसें
वर्तमान में 5,000 एसटी बसें प्रतिदिन चल रही हैं और इसके लिए प्रतिदिन 3 लाख 20 हजार लीटर डीजल की आवश्यकता होती है। आज की दरों के अनुसार निगम प्रतिदिन 3 करोड़ 30 लाख रुपए ईंधन पर खर्च करता है। इस दर से निगम को अप्रैल में करीब 100 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। वर्तमान में यात्री टिकटों की बिक्री से एसटी को प्रतिदिन 5 करोड़ रुपए की आय हो रही है, अगर हड़ताल खत्म नहीं हुई तो समस्या और बढ़ेगी। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, अप्रैल के अंत तक कुल राजस्व का करीब 65 फीसदी मात्र डीजल ईंधन खरीदने पर खर्च करना होगा।