Omicron is spreading its feet: 20 infected again found in Maharashtra on the second day, the number reached 108
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    -सूरज पांडे

    मुंबई: राज्य में एक ओर जहां विदेश से ओमीक्रोन मरीजों (Omicron Patients) की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य में रह रहे लोग भी कोविड से संक्रमित (Covid Infected) होने की संख्या में इजाफा हुआ है। इस समय राज्य में ओमीक्रोन (Omicron) फैलने का खतरा बना हुआ, इसी के मद्देनजर राज्य सरकार ने जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) पर जोर देने का निर्णय लिया है। मुंबई (Mumbai)और पुणे (Pune) में पॉजिटिव आनेवाले सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जल्द शुरू की जाएगी।

    ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को देख केंद्र सरकार महाराष्ट्र में एक कम्युनिटी सर्विलांस शुरू करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है। जिसके लिए कोरोना से सबसे प्रभावित और फिलहाल सबसे अधिक ओमीक्रोन मरीज वाले शहर मुंबई और पुणे का चयन किया गया है। कम्युनिटी सर्विलांस के जरिए इन दोनों शहरों में जो भी मरीज कोविड से ग्रसित होता है तो उसके सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। ताकि यह पता चल सके जो भी केसेस शहर में फिलहाल मिल रहे हैं वो किस वेरिएंट से ग्रस्त हैं।  अब तक मुंबई में विदेश से आनेवाले कोविड संक्रमित के सैंपल और मुंबई के गंभीर कोविड मरीजों और हॉट स्पॉट से पॉजिटिव मिलने वाले लोगों के ही सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजते हैं। 

    रणनीति बनने मदद मिलेगी: डॉ. प्रदीप व्यास

    अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि गुरुवार को केंद्र सरकार के साथ हुई बैठक के बाद हमें मुंबई और पुणे में कम्युनिटी सर्विलांस के तहत जितने भी पॉजिटिव केस आते हैं उन्हें जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजना है। इससे हमें कोविड से जारी इस जंग में आगे की रणनीति बनने मदद मिलेगी।

    मुंबई की कैपेसिटी 300

    मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल के लैब में मौजूद मशीन में 300 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग एक साथ की जा सकती है। ऐसे में संक्रमितों की संख्या अधिक होती है तो उनके सैंपल अन्य लैब में भेजे जाने की बात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहीं है।