मुंबई: राज्य के स्वास्थ्य सेवा कमिश्नर बनते ही तुकाराम मुंडे (Tukaram Munde) ने स्वास्थ्य अधिकारियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (Primary Health Centers), ग्रामीण अस्पतालों (Rural Hospitals) का औचक दौरा करने का निर्देश दिया। औचक दौरा करने का यह कदम तुकाराम मुंडे की एक पहल थी। आदेश का पालन करते हुए राज्य के सभी शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार तड़के से ही सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण अस्पतालों में औचक निरीक्षण किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आपात स्थिति में क्या किया जा रहा है। साथ ही डॉक्टर और नर्स ड्यूटी पर मौजूद रहते हैं या नहीं। ठाणे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और कुछ अन्य जगहों को छोड़कर, जहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे, अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य सुविधाओं का कामकाज दिनचर्या के अनुसार पाया गया।
तुकाराम मुंडे ने राज्य के जिला स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जनों और स्वास्थ्य उप निदेशकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण अस्पतालों में औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि स्वास्थ्य सुविधाओं पर कर्मचारी मौजूद थे या नहीं और देर रात के दौरान आपात स्थिति में भाग लिया जा रहा था।
नियमित चलेंगे अभियान
तुकाराम मुंडे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, महाराष्ट्र के निदेशक भी हैं। उन्होंने कहा कि पहल का मुख्य उद्देश्य यह जांचना था कि रात के समय चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य सुविधाओं पर मौजूद हैं या नहीं। तुकाराम मुंडे के कहा कि मैंने डिप्टी डायरेक्टर, सिविल सर्जन और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों को बताए बिना किसी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या ग्रामीण अस्पताल का बेतरतीब ढंग से दौरा करें। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान अब नियमित रूप से चलाए जाएंगे।