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प्रतीकात्मक तस्वीर

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नागपुर. सदर थानांतर्गत बिल्डर एन. कुमार के बेटे अनिल हरचंदानी से निवेश के नाम पर 1.31 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई. आरोपियों में शहर के बड़े उद्योजकों में शामिल गोकुलधाम, कामठी रोड निवासी प्रकाश राव और गुरुनानकपुरा, कामठी के रिपुदमन सिंह ओबेराय के अलावा एक और व्यक्ति का नाम शामिल है. अनिल ने पुलिस को बताया कि वे एक निजी कंपनी चलाते हैं. सीए सीतारमण अय्यर उनके और परिवार के फाइनेंशियल एडवाइजर हैं.

अय्यर ने उन्हें कुछ कंपनियों में निवेश और काफी मुनाफे के बारे में बताया. फिर उनकी पहचान प्रकाश राव से कराई. राव ने उन्हें नांदेड़ स्थित एक कंपनी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी झांसा कर दी. अय्यर के कहने पर अनिल ने वर्ष 2011 से 2013 तक राव और रिपुदमन की जुड़ीं कंपनियों में 1,31,50,000 रुपये का निवेश कर दिया. उन्हें 30 प्रतिशत प्रॉफिट रिटर्न का झांसा दिया गया था. 

अय्यर अपने पास रखते थे कागजात

कंपनियों में निवेश के बाद संचालकों द्वारा हस्ताक्षर किए कागजातों को अय्यर अपने पास ही रख लेते थे. अनिल द्वारा गारंटी पेपर मांगने पर अय्यर ने कुछ गारंटी पेपर और कोरे शेयर ट्रांसफर फॉर्म दिए. इन पर राव, ओबेराय और तीसरे आरोपी के हस्ताक्षर थे. जब निवेश का मुनाफा नहीं दिया तो अनिल को संबंधित कंपनियों के शेयर उनके नाम पर ट्रांसफर करने का झांसा दिया गया.

2013 में रकम की जरूरत पड़ने पर अनिल ने मूल रकम और 30 प्रतिशत मुनाफा मांगना शुरू किया तो राव ने देने से साफ इनकार कर दिया. अनिल ने जांच की तो पता चला कि राव ने अन्य लोगों से भी इसी तरह बड़ी रकम वसूली है. रकम वापस मांगने पर राव आत्महत्या की धमकी देने लगा. फिर उसने अपनी कंपनी किसी अन्य उद्योजक को बेच दी. अनिल ने उस उद्योजक से भी संपर्क किया. धोखाधड़ी का पता चलते ही अनिल ने शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से शिकायत की और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया.