नागपुर. सातबारा में फेरफार कर नाम चढ़ाने के लिए 2,000 रुपये की रिश्वत लेने वाली मौदा तहसील में चाचेर पटवारी कार्यालय की महिला पटवारी व कोतवाल को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग की टीम ने बुधवार को रंगेहाथ धरदबोचा. गिरफ्तार महिला पटवारी सुनीता नेमीचंद घाटे (54) संमती भवन, जैन मंदिर के समीप इतवारी नागपुर व कोतवाल किशोर किसन वानखेड़े (54) चाचेर, तहसील मौदा निवासी है.
38वर्षीय एक युवक के पिता की मृत्यु होने के बाद उसने पिता के मृत्यु पत्र अनुसार खेती के सातबारा पर फेरफार कर अपना नाम चढ़ाना था. इसके लिए युवक ने पटवारी कार्यालय में आवेदन किया. नाम चढ़ाने के लिए पटवारी सुनीता घाटे एवं कोतवाल किशोर वानखेड़े ने उससे तीन हजार रुपये की मांग की. इतनी रकम देने पर युवक ने असमर्थता दर्शायी. इस पर पटवारी और कोतवाल ने उसे बताया कि 2 हजार रुपये दिये बिना काम नहीं होगा.
इस पर युवक ने भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के अधीक्षक राहुल माकणीकर के पास इस संबंध में शिकायत की. इसके बाद अधीक्षक राहुल माकणीकर, अतिरिक्त अधीक्षक संजय पुरंदरे के मार्गदर्शन में निरीक्षक शिवशंकर खेडेकर, प्रवीण लाकडे, उनके सहकारी सारंग बालपांडे, अस्मिता मल्लेलवार, आशु श्रीरामे व अहमद ने बुधवार को पटवारी कार्यालय परिसर में जाल बिछाया.
वहां 2 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने पटवारी सुनीता घाटे व कोतवाल किशोर वानखेड़े को गिरफ्तार कर लिया. दोनों के विरुद्ध मौदा पुलिस थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया. दोनों के घर में तलाशी एवं उनसे इस संबंध में पूछताछ की कार्रवाई देर रात तक शुरू थी.