Firecrackers
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नागपुर. दीप पर्व दिवाली में पटाखे जहां उत्साह को दोगुना कर देते हैं. वहीं दूसरी ओर जरा सी लापरवाही जान पर भी बन आती है. रविवार को सिटी में 50 से अधिक लोग पटाखों की वजह से जख्मी हो गये. किसी के चेहरे पर जख्म हो गया तो किसी की आंख बारुद जाने से जख्मी हो गई. जख्मी मरीजों का मेडिकल, मेयो के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में इलाज किया गया.

दिवाली में बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए पटाखे विशेष आकर्षण होते हैं, लेकिन यही पटाखे जानलेवा भी होते है. रविवार की शाम से ही सिटी में पटाखों की आवाज गुंजने लगी थी. घरों के सामने जमे लोग उत्साह के साथ आतिशबाजी करते नजर आये. यही पटाखे कुछ लोगों के लिए मुसीबत भी बने. चौबिस घंटे के भीतर मेडिकल में 11 तथा मेयो अस्पताल में 9 सहित कुल 20 लोगों का इलाज किया गया. वहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी 30 से अधिक लोगों का इलाज किया गया. पटाखों से होने वाले हादसों के मद्देनजर मेडिकल और मेयो को अलर्ट पर रखा गया था. इस बीच मेडिकल में आने वाले मरीजों में जख्म गंभीर नहीं होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई.

अधिकांश लोगों की आंख में जख्म

वैद्यकीय अधीक्षक डा. अविनाश गावंडे ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कम लोग जख्मी हुये. पटाखे जलाते वक्त आंखों पर अचानक आंखों पर बारुद उड़ने से दो 8 वर्षीय बालक जख्मी हो गये. वहीं एक 42 वर्षीय व्यक्ति की हथेली जल गई. अधिकांश मरीजों में आंख की शिकायत पाई गई. मेयो के उप वैद्यकीय अधीक्षक डा. सागर पांडे ने बताया कि पटाखों से आंख जख्मी होने की शिकायत अधिक देखने को मिली. मरीजों का तत्काल इलाज कर छुट्टी दे दी गई. गंभीर नहीं होने से भर्ती करने की नौबत नहीं आई. दिवाली में लोग सड़कों पर पटाखे जलाते हैं. इस दौरान कुछ लोग सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त भी हुये. गिरने से हाथ और पैर में चोट आई. वहीं कुछ लोगों को पटाखों के धुएं से एलर्जी होने के बाद मेडिकल लाया गया.